भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं ने हाल ही में भूमध्य सागर में द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘वरुण’ 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। यह अभ्यास अपने 22वें संस्करण में था और भारतीय-फ्रांसीसी नौसैनिक संबंधों की एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में स्थापित है। 2001 में शुरू हुए इस अभ्यास ने भारत और फ्रांस के बीच नौसैनिक सहयोग को कई सालों में काफी सुदृढ़ और विकसित किया है।
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व इस अभ्यास में आईएनएस ‘तबर’, एक फ्रंटलाइन स्टील्थ फ्रिगेट; एलआरएमआर एयरक्राफ्ट पी8आई और जहाज पर सवार हेलीकॉप्टरों द्वारा किया गया। दूसरी ओर, फ्रांसीसी पक्ष ने एफएस प्रोवेंस, एक युद्धपोत; पनडुब्बी सफ्रेन; एयरक्राफ्ट एफ20; अटलांटिक2, लड़ाकू विमान एमबी339 और हेलीकॉप्टर एनएच90; डॉफिन के साथ अपने समन्वय और क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
इस द्विपक्षीय अभ्यास के दौरान उन्नत नौसैनिक अभियानों की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया, जो दोनों देशों की नौसेनाओं की आपसी समन्वय और सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। ‘वरुण’ 2024 ने भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाने और सामरिक समन्वय को मजबूत करने के लिए की गई प्रतिबद्धता को उजागर किया। इस अभ्यास ने न केवल दोनों देशों की नौसैनिक ताकत और रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित किया बल्कि सुरक्षा और सामरिक सहयोग के लिए एक नई दिशा भी प्रदान की।