महाराष्ट्र की राजनीति में अब नए सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई में हो सकता है, और इसे आजाद मैदान या महालक्ष्मी रेस कोर्ट में आयोजित किए जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, अभी तक मुख्यमंत्री के नाम पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, और बीजेपी भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। इस बीच विधायकों की बैठक भी बुलाई जा चुकी है। एकनाथ शिंदे ने बीजेपी से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द अपना नेता चुनें, ताकि कैबिनेट के गठन पर चर्चा की जा सके। बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के नाम में देरी के कारण यह भी अटकलें लग रही हैं कि शायद कोई नया नाम सामने आ सकता है।
बीजेपी का हो सकता है सीएम?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को महायुति नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फड़णवीस और अजित पवार भी अमित शाह से मिले। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बैठक के दौरान यह संकेत मिला कि मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया कि वह कौन होगा।
क्या देवेंद्र फड़णवीस बनेंगे सीएम?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 132 सीटों के साथ बीजेपी की जीत के बाद से ही देवेंद्र फड़णवीस का नाम मुख्यमंत्री के तौर पर चर्चा में है, लेकिन अभी तक बीजेपी ने इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया है। अमित शाह के साथ बैठक में भी मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फड़णवीस के नाम को लेकर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया। इसके बाद यह चर्चा उठ रही है कि क्या बीजेपी अपने सीएम उम्मीदवार के रूप में कोई नया चेहरा पेश करेगी।
बीजेपी पहले भी दे चुकी है सीएम को झटका
2014 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद एकनाथ खडसे और गोपीनाथ मुंडे जैसे कई प्रमुख नाम चर्चा में थे, लेकिन बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री बना दिया था। उद्धव सरकार गिरने के बाद भी देवेंद्र फड़णवीस के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन अचानक एकनाथ शिंदे का नाम सामने आ गया और उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया। इसके बाद भी, बीजेपी कई बार अपनी राजनीतिक रणनीति से सरप्राइज देती रही है। लेकिन सवाल यह उठता है कि अगर देवेंद्र फड़णवीस मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, तो फिर बीजेपी किसे मौका देगी? इस सवाल का जवाब फिलहाल दो प्रमुख नामों से जुड़ा है।
सीएम पद के लिए दो नए नाम भी चर्चा में
चंद्रशेखर बावनकुले
देवेंद्र फड़णवीस के अलावा महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में है। चंद्रशेखर बावनकुले कामठी विधानसभा सीट से विधायक हैं और चौथी बार विधानसभा पहुंचे हैं। वह 2014 तक फड़णवीस सरकार में बिजली और उत्पाद शुल्क मंत्री रहे हैं। बावनकुले तेली समाज से आते हैं, जो विदर्भ क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा ओबीसी समुदाय है। 2019 के चुनावों में बावनकुले को बीजेपी ने मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें 12 अगस्त 2022 को महाराष्ट्र का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा, वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के करीबी सहयोगी माने जाते हैं।
मुरलीधर मोहोल
सीएम पद की दौड़ में देवेंद्र फड़णवीस और चंद्रशेखर बावनकुले के अलावा पुणे लोकसभा सीट से सांसद मुरलीधर मोहोल का नाम भी सामने आ रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार सांसद का चुनाव जीता और मोदी कैबिनेट में जगह बनाई। मुरलीधर मोहोल तीन दशकों से बीजेपी में सक्रिय हैं और पुणे के मेयर भी रह चुके हैं। उनका राजनीतिक अनुभव और पुणे की महत्वपूर्ण सीट से उनका संबंध उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।
अगला कदम क्या होगा?
महाराष्ट्र की राजनीति में सीएम पद को लेकर चल रही अटकलों से यह साफ है कि बीजेपी अपनी आगामी रणनीति पर सोच-समझ कर कदम उठाएगी। सीएम पद के लिए फड़णवीस, बावनकुले और मोहोल के नाम चर्चा में हैं। अब देखना यह होगा कि बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लेती है और महाराष्ट्र की राजनीति में अगला कदम क्या होगा।