आदित्य 24 साल का दिखने में डिसेंट और स्मार्ट लड़का था। प्रिया को उसने पहली बार एक शॉपिंग मॉल में देखा था। प्रिया देखने में किसी परी जैसी थी। आदित्य को प्रिया को देखते ही पहली नजर का प्यार हो गया।
उस दिन आदित्य प्रिया को देखकर ऐसे मदहोश हुआ कि ना उसे प्रिया से मिलने की सूझी ना ही उसने सोचा कि उसका नाम या नंबर पता किया जाए! बस वहीं मूर्ति की तरह खड़ा होकर उसे देखता रहा.. प्रिया थोड़ी देर बाद वहां से चली गई।
प्रिया के चले जाने के बाद आदित्य का सुख चैन सब चला गया। आदित्य को लगने लगा अगर वह प्रिया को फिर से नहीं मिलता है तो शायद उसकी जान निकल जायेगी! यह एहसास जितना दुखदाई था उतना ही अनोखा था कहीं ना कहीं उसे ये सब अच्छा लग रहा था। शायद यह प्यार था, सच्चा प्यार!
प्रिया को ढूंढने का और कोई जरिया था नहीं इसलिए आदित्य अब हर दिन उसी मॉल में जाकर इंतजार करने लगा कि किसी दिन प्रिया वापस वहां आएगी तो वह उससे मिल पाएगा। पूरे 2 हफ्तों तक वह लगातार उस मॉल में जाता और पूरा पूरा दिन वहां पर प्रिया का इंतजार करता और हर आने जाने वाले लोगों पर नजर रखता।
2 हफ्ते बाद उसके सब्र का फल उसे मिला और एक दिन अचानक प्रिया खुद उसी के सामने आकर खड़ी हो गई! अचानक प्रिया को अपने सामने देख वो बहुत खुश हो गया और शॉक्ड भी, उसके मुंह से कोई शब्द नहीं फूट रहा था। जब काफी देर तक वह कुछ भी नहीं बोला तो प्रिया ने उसे कहा, “क्या हुआ? इतने दिनों से मेरा इंतजार कर रहे हो और अब जब मैं सामने खड़ी हूं तो तुम मुझसे बातें नहीं करोगे!”
आदित्य ने चौकते हुए कहा, “हां करूंगा, बिल्कुल करूंगा! लेकिन पहले यह तो बताओ तुम्हें कैसे पता कि मैं इतने दिनों से यहां तुम्हारे लिए आता हूं?”
“मुझे यह सब इसलिए पता है क्योंकि जिस दिन से तुमने मुझे देखा और उसके अगले दिन से तुम यहां हर रोज मेरी तलाश में आने लगे उसी दिन से मैंने भी तुम पर जासूसी करना शुरू कर दी थी।” प्रिया ने कहा।
आदित्य के मन में एक और सवाल कौंधा उसने पूछा, “अच्छा यह तो समझ में आया कि तुमने मुझ पर बरोबर जासूसी की है लेकिन फिर भी यह क्लियर नहीं हुआ कि तुम्हें कैसे पता चला कि मैं तुम्हारी तलाश में यहां पर आता था? और एक सवाल की जब तुम्हें यह पता चल गया कि मैं तुम्हारे लिए यहां आता हूं तुम्हें अजीब नहीं लगा? या मुझ पर गुस्सा नहीं आया?”
“अगले दिन आकर जब तुमने मेरे बारे में उसी दुकान में पूछताछ की जहां से मैंने खरीदी की थी तो उस दुकानदार ने तुम्हें तो मेरे बारे में कुछ भी नहीं बताया लेकिन मैं उसकी रेगुलर कस्टमर हूं इसलिए उसने फोन करके तुम्हारे बारे में मुझे सब कुछ बता दिया था। मुझे अजीब लगा था की कोई क्यों मेरे बारे में छानबीन कर रहा है? इसलिए मैंने उसी दिन से यहां पर आकर तुम पर जासूसी करना शुरू कर दिया और दूर से ही तुम पर नजर रखने लगी।” प्रिया ने कहा।
प्रिया आगे बोली, “उस दिन सिर्फ तुम्हें ही मैं पहली नजर में पसंद नहीं आई थी, मैंने भी तुम्हें मॉल में देखा था और मुझे भी तुम अच्छे लगे थे। इसलिए जब मैं तुम पर नजर रखने लगी तब मेरे मन में तुम्हारे बारे में और ज्यादा जानने की मंशा जागी इसलिए मैं उसी दिन तुमसे बात करने के लिए नहीं आई और इन दो हफ्तों में मैंने तुम्हारे बारे में काफी कुछ जाना।
मुझे यह तो पता चल गया था कि तुम मुझे इसलिए खोज रहे हो क्योंकि तुम मुझसे प्यार करने लगे हो लेकिन मुझे इस बात को कंफर्म करना था कि कहीं तुम्हारा प्यार सिर्फ शारीरिक आकर्षण तो नहीं है जो अक्सर इस उम्र में हो जाया करता है। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीत गए और मैंने देखा कि तुम बिना धीरज कोई और बिना इंटरेस्ट यूज किए उतनी ही शिद्दत से मेरे लिए यहां आते थे और मुझे तलाशते रहते थे तो मुझे यकीन हो गया कि यह महज एक आकर्षण नहीं है बल्कि तुम सच में मुझसे प्यार करने लगे हो और इस बात को तब और ज्यादा मजबूती मिल गई जब मैंने देखा कि मॉल में मुझसे भी ज्यादा सुंदर लड़कियां तुम्हारे पास से गुजरती थी लेकिन तुम उनमें सिर्फ मेरा चेहरा देखना चाहते थे।
इन दो हफ्तों में तुम पर नजरें रखते रखते मेरे दिल में भी तुम्हारे लिए प्यार जाग गया और मेरा प्यार भी आकर्षण नहीं है क्योंकि मुझे भी अब बिना तुम्हे देखे चैन नहीं आता है और मैं भी वही चाहती हूं जो तुम चाहते हो इसलिए आज मुझ से रहा नहीं गया और मैं तुम्हारे सामने आकर खड़ी हूं!”
आदित्य ने प्रिया को अपना नाम बताया और उसका नाम पूछा और उसे प्रपोज किया। प्रिया ने हां कहा और दोनों के ही चेहरों पर अपने सपनों के हमसफर से मिलने की खुशी चमक उठी और एक प्यारी सी Cute Love Story का हैपी एंडिंग हुआ।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सच्चा प्यार धैर्य, समर्पण और सच्ची भावना पर आधारित होता है। जब आदित्य ने पहली नजर में प्रिया से प्यार किया, तो उसने बिना किसी स्वार्थ के उसे ढूंढने और जानने की कोशिश की। वहीं, प्रिया ने भी उसके प्यार की गहराई को परखने के बाद ही अपने दिल की बात कही। यह कहानी बताती है कि प्यार केवल शारीरिक आकर्षण नहीं, बल्कि एक सच्ची भावना है जो समय के साथ और मजबूत होती जाती है।