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Paushadha Ekadashi in Surat: Worship of live crab and religious significance
धर्म

सूरत में पौषवद एकादशी: जीवित केकड़े की पूजा और धार्मिक महत्व

सूरत में पौषवद एकादशी: जीवित केकड़े से भगवान शिव की पूजा

सूरत में पौषवद एकादशी: सूरत, भारत में स्थित रामनाथ घेला (Ramnath Ghela) महादेव मंदिर (Mahadev Temple) एक अद्वितीय स्थल है जहां पौषवद एकादशी के दिन भगवान शिव को जीवित केकड़े चढ़ाने का श्रद्धालुओं का प्रचलित परंपरा है। इस अवसर पर लोग शिवलिंग पर केकड़े की पूजा करते हैं, विशेषकर वे जो बीमारियों से पीड़ित हैं, जैसे कान के रोग से ग्रसित व्यक्ति। इस दिन को महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसे मान्यता है कि भगवान शिव इस दिन अपने भक्तों की प्रार्थनाओं को सुनते हैं और उनकी मन्नतें पूरी करते हैं।

सूरत के अलावा, इस उत्सव को महसूस करने के लिए विभिन्न पहाड़ी राज्यों से श्रद्धालु इस स्थल को आते हैं। यहां का मंदिर भक्तों के बीच विशेष प्रसिद्धि में है, जहां वे अपनी आस्था को संजीवनी शक्ति के साथ जोड़ते हैं। जीवित केकड़े की पूजा से निरंतर जुड़ी इस परंपरा ने इसे एक अद्वितीय धार्मिक अनुभव के रूप में स्थापित किया है और भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण समारोह बना दिया है। इस अवसर पर आने वाले लोग न केवल अपनी मन्नतें पूरी करते हैं, बल्कि इस उत्सव के माध्यम से अपनी आत्मा को शुद्धि और शांति प्राप्त करते हैं।

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