National News: 17 जुलाई को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Chief Minister Himanta Biswa Sarma)ने अपने राज्य में बदलती जनसांख्यिकी (Demographics)के मुद्दे पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने दावा किया कि असम में मुस्लिम आबादी अब 40% तक पहुँच गई है, जबकि 1951 में यह सिर्फ 12% थी। सरमा ने इसे एक जीवन और मृत्यु के सवाल के रूप में देखा और कहा, “जनसांख्यिकी (Demographics) बदलना मेरे लिए एक बड़ा मुद्दा है। हमने कई जिले खो दिए हैं और यह मेरे लिए राजनीतिक Political मुद्दा से अधिक एक जीवन और मृत्यु का सवाल है।”
उन्होंने आगे कहा, “असम में हिंदुओं की संख्या में भी गिरावट हुई है। हमने एक बड़ी संख्या में ज़िले खो दिए हैं। यह मेरे लिए कोई राजनीतिक Political विषय नहीं है, बल्कि यह एक संभावना है जो वास्तविकता है।” उन्होंने जनसांख्यिकी के बदलाव के बारे में चिंता व्यक्त की और यह जाहिर किया कि वे इसे गंभीरता से लेते हैं। सरमा ने समाचार मीडिया के साथ बातचीत के दौरान यह भी जाहिर किया कि इस मुद्दे पर राजनीतिक Political खेलने का उनका कोई इरादा नहीं है, बल्कि यह उनके लिए एक समाजिक मुद्दा है जो समाज के भविष्य को गहराता है।