जेठालाल: अरे पगली, मैं तो तुमसे बहुत प्यार करता हूं, अपनी जान से भी ज्यादा मैं तुम्हें चाहता हूं।
दया: क्या आप मेरे मरने के बाद दूसरी शादी करेंगे?
जेठालाल: बिल्कुल नहीं, मैं ऐसा कैसे कर सकता हूं?
दया: क्यों? आपको शादीशुदा जिंदगी पसंद नहीं है क्या?
जेठालाल: नहीं तो ऐसा कुछ नहीं है, मुझे शादीशुदा जिंदगी ही पसंद है।
दया: तो फिर आप शादी क्यों नहीं करेंगे?
जेठालाल: ठीक है बाबा, अगर तुम इतना ही कह रही हो तो मैं शादी कर लूंगा।
दया: आप सच में शादी कर लेंगे? (दया के चेहरे पर उदासी थी)
जेठालाल: हा… (जेठालाल ने धीमी आवाज में कहा)
दया: क्या आप उसे हमारे बेड पर सोने देंगे?
जेठालाल: और नहीं तो क्या, पति-पत्नी एक साथ नहीं सोएंगे तो कहां सोएंगे।
दया: क्या आप उसे मेरी गाड़ी भी चलाने के लिए दे देंगे?
जेठालाल: अरे वाह! यह तो अच्छा आईडिया है, नई गाड़ी पर खर्चा बच जाएगा।
दया: क्या आप उसे मेरे सारे जेवर और मेकअप का सामान दे देंगे?
जेठालाल: हां क्यों नहीं, तुम्हारे बाद उसका ही तो इन पर हक होगा।
दया: क्या आप उसे मेरी साड़ियां पहनने के लिए देंगे?
जेठालाल: अरे नहीं! क्योंकि वह साड़ियां नहीं पहनती!
यह आखिरी लाइन जेठालाल के मुंह से निकली और उसका सारा भांडा फूट गया। आगे क्या हुआ होगा, सोचकर ही हंसी आ जाती है !