21 अगस्त को दक्षिणी लेबनान में एक गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई, जब लेबनान की ओर से इजराइल की दिशा में रॉकेटों की बौछार की गई। इस हमले से दक्षिणी लेबनान के आसमान में धुआं छा गया और इजराइल में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया।
यह घटना 7 अक्टूबर के बाद से जारी संघर्ष की कड़ी में एक नया मोड़ है, जब हिजबुल्लाह और इजराइली सेना के बीच सीमा पर शत्रुता बढ़ गई थी। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर हमला करने के तुरंत बाद, हिजबुल्लाह ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में “समर्थन मोर्चे” की घोषणा की थी।
अक्टूबर से हिजबुल्लाह द्वारा किए गए रॉकेट हमलों ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। इन हमलों के चलते लगभग 80,000 इजराइली नागरिकों को लेबनान सीमा के पास अपने घरों को खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
इस बढ़ती हिंसा के बीच, क्षेत्रीय सुरक्षा को बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इजराइल ने अपनी सुरक्षा तंत्र को और भी मजबूत कर दिया है। इजराइल की ओर से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सेना और सुरक्षा बलों को उच्चतम स्तर की तैयारियों में रखा गया है।
यह स्थिति क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा बन गई है, और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से शांति की अपील की जा रही है ताकि इस संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त किया जा सके और प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।