Jansansar
Is your brother like this too?
लाइफस्टाइल

क्या आपका भाई भी ऐसा है?

घटना 1:

एक बार, मेरी माँ और पिताजी किसी बात पर बहस कर रहे थे। यह बड़ा झगड़ा नहीं था, लेकिन मैं और मेरा छोटा भाई अपने कमरे में बैठे थे, अपने फोन में व्यस्त थे। मम्मी-पापा की आवाजें सुनकर मैंने कहा, “बात को ज्यादा मत बढ़ाओ।” इस बीच, मेरे भाई (जो मुझसे 5 साल छोटा है) मुस्कुराते हुए मुझसे कहा, “पति-पत्नी के मामले में किसी तीसरे को बीच में नहीं बोलना चाहिए, इतना दिमाग नहीं है।”

घटना 2:

मैं और मेरा भाई सड़क पर चल रहे थे, और अचानक उसने मुझे सड़क के दूसरी ओर धक्का दे दिया। मैंने सोचा, उसने ऐसा किया ताकि कोई गाड़ी मुझे छू न सके। वह बोला, “दीदी, ट्रैफिक बहुत ज्यादा है, इस तरफ चलो।” थोड़ी देर बाद, मैंने देखा कि कुछ लोग हमें अजीब तरीके से देख रहे थे।

घटना 3:

एक बार, मेरा भाई अपने दोस्त के घर पर था। रात को वह वहीं रुकनेवाला था और बिरयानी बनाने की योजना थी। वह जानता था कि बिरयानी मेरी पसंदीदा है, इसलिए वह मुझे सुबह से चिढ़ा रहा था। अचानक, रात 12 बजे मेरा फोन बजा। वह मेरा भाई था, जो आधी रात को अपने दोस्त के घर से 3 किलोमीटर दूर हमारे घर के पास खड़ा था, और मुझे बिरयानी दे रहा था।

इन घटनाओं से हमें यह सीखने को मिलता है कि छोटे भाई-बहन भले ही बचपन में शरारती और परेशान करने वाले होते हैं, लेकिन समय के साथ वे समझदार और संवेदनशील बन जाते हैं। वे परिवार की समस्याओं को समझते हैं, दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखते हैं, और अपनों की खुशियों के लिए त्याग भी करते हैं। यह बदलाव हमें बताता है कि परिवार के सदस्य एक-दूसरे के लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं और उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।

Related posts

गीतकार डॉ.अवनीश राही के जन्मदिवस पर उनके साथ एक खास साहित्यिक-यात्रा

Jansansar News Desk

सावन मेले में उमड़ी महिलाओं की भीड़

Ravi Jekar

टेस्ट फॉर लाईफ ने लॉंच किया “New Age Atta” – आधुनिक जमाने का सेहतमंद विकल्प

Jansansar News Desk

सूरत की निर्माता चंदा पटेल बनीं कांस फिल्म फेस्टिवल में फिल्म पोस्टर लॉन्च करने वाली शहर की पहली महिला फिल्ममेकर

हिंदी भाषा और व्याकरण: मानवीय संस्कारों से रोज़गार तक की यात्रा ।

Ravi Jekar

गीतकार डॉ.अवनीश राही के महाकाव्य का ईशा देओल ने किया लोकार्पण

Jansansar News Desk

Leave a Comment