इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने 28 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी। यह निर्णय कोलकाता की एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई जांच के बीच लिया गया है। आईएमए की अनुशासन समिति ने एक बयान जारी कर कहा, “सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि संदीप घोष को आईएमए की सदस्यता से तत्काल निलंबित किया जाए।”
संदीप घोष पर यह कार्रवाई सीबीआई की जांच के बीच की गई, जो कि प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में चल रही है। सीबीआई ने 26 अगस्त को घोष पर पॉलीग्राफ टेस्ट का दूसरा दौर पूरा किया। यह जांच उच्च न्यायालय की एकल पीठ द्वारा मेडिकल कॉलेज में कथित भ्रष्टाचार की जांच के आदेश के बाद शुरू की गई थी।
सीबीआई ने आरजी कर अस्पताल में काम करने वाले नर्सिंग स्टाफ, वार्ड बॉय और सुरक्षा गार्डों से भी पूछताछ की है। इस मामले को लेकर पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रशिक्षु डॉक्टर 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत पाई गई थी, जिसके बाद इस मामले ने बड़ी सुर्खियाँ बटोरी हैं।
आईएमए की ओर से किए गए इस कदम को इस मामले में उनकी गंभीरता और जवाबदेही दिखाने के रूप में देखा जा रहा है। सीबीआई की जांच और इसके परिणामों का पूरे देश की चिकित्सा समुदाय और सामान्य जन के लिए विशेष महत्व है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दोषियों को दंडित किया जाए।