कलर्स का ‘शिव शक्ति – तप त्याग तांडव’ भगवान शिव (राम यशवर्धन) और देवी पार्वती (सुभा राजपूत) की ब्रह्मांड की पहली प्रेम कहानी, और उनके तप, त्याग और तांडव की यात्रा को प्रदर्शित करता है। जब इंद्र और तारकासुर की सेनाएं युद्ध के मैदान में लड़ती हैं, तो कहानी में नाटकीय मोड़ आ जाता है। इस बीच, दिति चालाकी से युद्ध के मैदान की ओर कार्तिकेय का आगे बढ़ना रोकती है और तारकासुर शंखचूड़ देव और राहु-केतु को इंद्र की सेना का सामना करने के लिए रणनीतिक रूप से तैनात करता है। युद्ध के दौरान, तारकासुर इंद्र को निहत्था कर देता है और उन्हें बंदी बनाने के लिए आगे बढ़ता है। सहायता के लिए बेताब होकर, इंद्र कार्तिकेय को बुलाता है और बिना किसी हिचकिचाहट के, कार्तिकेय इंद्र के चारों ओर तीरों का सुरक्षात्मक घेरा बनाकर जवाब देता है, जिस दुर्जेय बाधा को तोड़ने में तारकासुर असमर्थ रहता है।
कार्तिकेय और तारकासुर के बीच की भिड़ंत बढ़ती गई, और यह लड़ाई पारंपरिक हथियारों से आगे बढ़ते हुए अस्त्र-शास्त्र के तीव्र द्वंद्व तक पहुंच गई। तारकासुर ने कार्तिकेय को अपने वश में करने के लिए, हिम्मत दिखाते हुए उन्हें ज़ंजीर से फंसा दिया। हालांकि, कार्तिकेय ने अपनी अपार शक्ति का आह्वान किया, और उन ज़ंजीरों को तोड़ दिया जिन्होंने उन्हें बांध रखा था। एक आश्चर्यजनक मोड़ में, कार्तिकेय पलटकर जवाब देते हैं और तारकासुर को हराने के लिए उन्हीं ज़ंजीरों का उपयोग करते हैं। हालांकि, तारकासुर एक शक्तिशाली हथौड़े का आव्हान करता है, जिससे उसका और हथियार दोनों का आकार बढ़ जाता है। कार्तिकेय की ओर बढ़ते हुए, तारकासुर अजेय लगता है, लेकिन कार्तिकेय सटीकता और दृढ़ संकल्प के साथ वेल अस्त्र का उपयोग करते हैं। एक तीव्र और निर्णायक कदम में, कार्तिकेय तारकासुर का अंत कर देते हैं, जिससे युद्ध समाप्त हो जाता है।
‘शिव शक्ति – तप त्याग तांडव’, हर सोमवार से रविवार रात 8:00 बजे केवल कलर्स पर।