अमूल AMUL ने तिरूपति प्रसादम में उपयोग किए जाने वाले अपने घी के संबंध में फैल रही गलत जानकारी के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है। यह कदम तब उठाया गया जब कुछ फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने दावा किया कि इस घी में पशु वसा का मिश्रण है। अहमदाबाद की साइबर क्राइम पुलिस के डीसीपी, लवीना सिन्हा ने बताया कि अमूल के कर्मचारियों ने इस मामले की शिकायत की थी।
इन फर्जी खातों द्वारा फैलाए जा रहे इस प्रकार के झूठे आरोप न केवल अमूल की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि आम जनता में भी भ्रांतियाँ पैदा कर सकते हैं। तिरूपति प्रसादम, जो धार्मिक आस्था का प्रतीक है, में उच्च गुणवत्ता वाले घी का उपयोग किया जाता है। अमूल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है, ताकि लोगों के बीच सही जानकारी पहुंचे और कोई भी मिथ्या प्रचार फैलने से रोका जा सके।
इस मामले में, अमूल की कोशिश है कि वे अपने ग्राहकों और भक्तों को भरोसा दिला सकें कि उनके उत्पाद पूरी तरह से शुद्ध और उच्च गुणवत्ता के हैं। कंपनी ने समाज में फैली गलतफहमियों को समाप्त करने के लिए सक्रिय कदम उठाने का संकल्प लिया है।