केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 06 सितंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी किया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना और पार्टी के अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित थे। अमित शाह ने इस जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है और पार्टी ने हमेशा इस क्षेत्र को भारत के साथ अखंड रखने की कोशिश की है।
शाह ने कहा, “आजादी के बाद से ही जम्मू-कश्मीर हमारे लिए एक विशेष स्थान रखता है। हम हमेशा इस भूमि को भारत के साथ एकजुट रखने के लिए प्रयासरत रहे हैं। हमारा मानना है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से पहले, जम्मू-कश्मीर अलगाववाद और आतंकवाद के साये में था। विभिन्न राज्य और गैर-राज्य तत्वों ने राज्य को अस्थिर करने की कोशिश की।
उन्होंने यह भी कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने जम्मू-कश्मीर के साथ तुष्टिकरण की नीति अपनाई, जिससे राज्य की समस्याओं का समाधान नहीं हो सका। शाह ने दावा किया कि जब जम्मू-कश्मीर का इतिहास लिखा जाएगा, तो 2014 के बाद के दस सालों को एक स्वर्णिम काल के रूप में याद किया जाएगा।
इस घोषणापत्र में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में विकास, सुरक्षा, और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का उल्लेख किया है। अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि भाजपा की सरकार बनने पर जम्मू-कश्मीर में शांति और समृद्धि सुनिश्चित की जाएगी।