भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक संबंधों में ताजे विवाद का मामला सामने आया है। हाल ही में, भारत सरकार ने संसद में सूचित किया कि कनाडा में भारतीय राजनयिकों की ऑडियो-वीडियो निगरानी की जा रही है, और उनकी निजी बातचीत भी छेड़ी जा रही है। यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच पहले से जारी तनाव को और बढ़ा सकता है।
केंद्र सरकार ने यह जानकारी विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के जरिए दी, जिन्होंने राज्यसभा में कहा कि “कनाडा सरकार ने वैंकूवर में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों से कहा है कि उनकी ऑडियो और वीडियो निगरानी की जा रही है।” मंत्री के अनुसार, यह कदम द्विपक्षीय संबंधों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि इसके जरिए एक देश दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन कर रहा है।
भारत और कनाडा के रिश्तों में खलल तब आया जब पिछले साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में भारत का नाम लिया था। इसके बाद, भारत ने ट्रूडो सरकार पर खालिस्तानियों को समर्थन देने का आरोप लगाया था, और दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों में तकरार बढ़ी थी।
निज्जर, जो खालिस्तान टाइगर फोर्स का प्रमुख था, को जून 2023 में कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था और उस पर कई मामलों में कार्रवाई चल रही थी, जिनमें 2010 में पटियाला में हुए बम विस्फोट में शामिल होना भी था।
कनाडा में भारतीय अधिकारियों पर यह निगरानी भारतीय सुरक्षा और राजनयिकों के लिए एक नया सिरदर्द बन गई है। भारतीय विदेश मंत्रालय इस मामले में कनाडा के खिलाफ उचित कार्रवाई की योजना बना सकता है, जबकि इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच चर्चा और कूटनीतिक तनाव और बढ़ने की संभावना है।