राहुल और रिया की शादी धूमधाम से हुई थी। रिया की सुंदरता ने सबको प्रभावित किया, और राहुल ने उसकी हर एक खूबी की तारीफ की। शादी के बाद उनका प्यार और भी गहरा हो गया था। लेकिन कुछ महीनों बाद रिया को त्वचा रोग हो गया, और उसकी सुंदरता में कमी आने लगी। उसे डर था कि राहुल उसकी बदलती हालत देखकर उससे नफरत करने लगेगा।
राहुल एक जरूरी काम से शहर से बाहर गया। इस दौरान, उसका एक भयानक हादसा हो गया और उसने अपनी आंखों की रोशनी हमेशा के लिए खो दी। रिया इस खबर से टूट गई, लेकिन उसने अपने पति का ध्यान रखा और उसकी देखभाल में कोई कमी नहीं की। रिया की त्वचा की हालत और खराब होती चली गई, लेकिन राहुल की अंधता के कारण उनके रिश्ते पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। राहुल ने उसे वैसे ही प्यार किया, जैसे पहले करता था।
रिया की तबीयत बिगड़ने पर वह दुनिया से चली गई। राहुल को गहरा सदमा लगा। रिया के अंतिम संस्कार के बाद, जब वह शहर छोड़ने की तैयारी करने लगा, तो एक परिचित ने उससे पूछा कि वह अकेला कैसे रहेगा। राहुल ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया, “दोस्त, मैं अंधा नहीं हूं। मैंने अंधे होने का नाटक किया था ताकि रिया को उसकी बदलती हालत के बारे में पता न चले और वह खुश रह सके। वह मेरी पत्नी थी, और मुझे उससे पहले की तरह प्यार था।”
राहुल की आंखों में आंसू थे, लेकिन वे प्यार और बलिदान की गहरी कहानी बयां कर रहे थे। उसने रिया की कमजोरियों को कभी उजागर नहीं किया, क्योंकि उसे पता था कि उसकी खुशी उसकी सुंदरता में नहीं, बल्कि उनके रिश्ते की गहराई में थी।
सीख: किसी रिश्ते में खुश रहने के लिए हमें एक-दूसरे की कमियों को नजरअंदाज करना आना चाहिए। अगर हम हर कमी पर ध्यान देंगे, तो प्यार कम होता जाएगा। लेकिन अगर हम एक-दूसरे को वैसे ही स्वीकार करेंगे जैसे वे हैं, तो प्यार और रिश्ते की मजबूती कभी खत्म नहीं होगी।