कहानी छोटी भले है पर मजेदार है
पत्नी ने पति को ऑफिस से मैसेज किया: “लौटते समय सब्जी लेते आना और पड़ोसन ने तुम्हारे लिए हेलो कहा है।”
पति: “कौन सी पड़ोसन?”
पत्नी: “कोई नहीं, मैंने सिर्फ इसलिए ‘पड़ोसन’ लिखा ताकि मैं समझ सकू कि तुमने मेरा पूरा मैसेज पढ़ा है। अब कहानी में मोड़ है।”
पति: “लेकिन मैं तो पड़ोसन के साथ ही हूं। तुम किस पड़ोसन की बात कर रही हो?”
पत्नी: “तुम कहां हो?”
पति: “सब्जी बाजार के पास।”
पत्नी: “वहीं रुको, मैं अभी आती हूं।”
10 मिनट में सब्जी बाजार पहुंचकर पत्नी ने पति को मैसेज किया: “कहां हो?”
पति: “मैं ऑफिस में हूं।”और हा तुम अब अपने हिसाब से सब्जी खरीद लो और घर चली जाना!
पत्नी: “पर मैं तो गुस्से में टेंपो लेकर आई हूं और मेरा पर्स भी घर पर रह गया। सब्जी तो दूर की बात, टेंपो वाले का किराया भी कहां से दू ? प्लीज जल्दी आओ।”
पति: “बेवकूफ! परसों लेकर आना चाहिए था ना। ठीक है, मैं आ रहा हूं।”
पति मंडी पहुंचकर: “कहां हो?”
पत्नी: “घर पर हूं। मेरी पसंद की सब्जी लेकर सीधे घर आओ।”