सूरत: पिहूं सखी मंडल की अध्यक्ष अमृताबेन पटेल ने बताया कि मिशन मंगलम योजना ने घर बैठे रोजगार पाने का सपना पूरा किया है। हजीरा गांव की 10 बहनों ने इस योजना के तहत स्वरोजगार प्राप्त कर आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
अमृताबेन पटेल ने कहा कि सखी मंडल के गठन से महिलाओं में व्यवसायिक उद्यमिता का नया जन्म हुआ है। पहले, ये बहनें घर पर छोटे-मोटे काम करती थीं, लेकिन अब उन्होंने आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया के सहयोग से एक घर-आधारित कैंटीन व्यवसाय और कलर ज़ेरॉक्स सेवा शुरू की है।
उन्होंने बताया कि हजीरा क्षेत्र एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, जहां मजदूरों को ज़ेरॉक्सिंग और प्रिंटिंग के लिए दूर-दराज जाना पड़ता था। अब, सखी मंडल ने एक ज़ेरॉक्स मशीन प्राप्त की है और कंपनी के परिसर में व्यवस्थित स्थान भी मिला है। इससे उन्हें सालाना दो से ढाई लाख रुपये की बचत हो रही है।
अमृताबेन ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि सखी मंडल के माध्यम से महिलाओं ने न केवल अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत किया है, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक बदलाव लाया है। उन्होंने मिशन मंगलम योजना की सराहना की और कहा कि यह योजना गुजरात की महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।