1 अगस्त को, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता मनोज झा ने संसद भवन की छत से पानी टपकने के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने इसे एक ऐसा दृश्य बताया, जो आमतौर पर भारतीय फिल्मों में देखने को मिलता है। मनोज झा ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा, “छत टपक रही है, बाल्टी नीचे रखी है। यह किसी भारतीय फिल्म के एक विशिष्ट दृश्य जैसा है।”
उनके इस बयान ने संसद में हंसी-मजाक का माहौल पैदा कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना न केवल सरकार की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि देश के सबसे महत्वपूर्ण भवन में आधारभूत ढांचे की स्थिति कितनी चिंताजनक है।
मनोज झा ने आगे कहा कि इस प्रकार की घटनाएं दर्शाती हैं कि सरकार विकास के वादों को पूरा करने में असफल रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह संसद भवन के रखरखाव के प्रति गंभीरता दिखाए और इस मुद्दे का समाधान करें। झा का यह बयान न केवल मौजूदा स्थिति पर प्रकाश डालता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि सरकारी भवनों की देखरेख में लापरवाही के प्रति लोगों में क्या विचार हैं।