इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध ने 2 सितंबर को 332 दिनों में प्रवेश कर लिया है, और इसका अंत फिलहाल दूर की कौड़ी नजर आता है। इस संघर्ष के बीच, इजराइल ने गाजा पर बमबारी जारी रखी है, जबकि इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने बंधकों को मुक्त कराने के लिए जवाबी कार्रवाई की है। हाल ही में, गाजा के राफा क्षेत्र में एक और भीषण घटना सामने आई है, जिसने युद्ध की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
हमास द्वारा अपहृत किए गए छह इजराइली बंधकों के शव गाजा की एक सुरंग से बरामद किए गए हैं। यह जानकारी आईडीएफ ने दी है। बंधकों की हत्या 7 अक्टूबर को हमास द्वारा जिंदा पकड़े जाने के बाद की गई थी। इजराइली स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बंधकों की हत्या उनके पोस्टमार्टम से 48 से 72 घंटे पहले, यानी 29-30 अगस्त के बीच की गई थी।
इस घटना के बाद, विश्व नेताओं ने बंधकों की हत्या पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि वे इजराइली बंधकों की हत्या से स्तब्ध और क्रोधित हैं। उन्होंने इस हिंसा की कड़ी निंदा की और इजराइल के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने ‘आश्चर्य और आक्रोश’ व्यक्त किया और तुरंत युद्धविराम तथा सभी बंधकों की रिहाई की अपील की। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया और बंधकों की हत्या की निंदा की।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास द्वारा बंदी बनाए गए 251 बंधकों में से 97 अब भी गाजा में ही हैं। हमास ने नवंबर के अंत में एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान 105 नागरिकों को रिहा किया था, और इससे पहले चार बंधकों को भी मुक्त किया गया था। इसके बावजूद, वर्तमान स्थिति और भी जटिल हो गई है, और युद्धविराम की संभावनाएँ अभी भी अनिश्चित हैं।
इस बीच, विश्व समुदाय की ओर से संघर्षविराम और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई की अपील जारी है, लेकिन युद्ध की स्थिति और भी तंग हो रही है। इस हिंसा की समाप्ति और शांति की बहाली के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की पहल और प्रयासों की आवश्यकता अब और भी अधिक बढ़ गई है।