सूरत में आचार्य महाश्रमणजी के चातुर्मास आगमन पर, भव्य संयम विहार के लिए 80 हजार वर्गफीट का पंडाल निर्माण किया गया है। इस पंडाल में आयोजन की गई सभाएं और कार्यक्रमों में श्रमणजी के संदेश और उनके शिष्यों का साथ है। यहां पर ध्यान और संयम के महत्व को प्रस्तुत करने के साथ-साथ धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है। इस विहार का निर्माण श्रमणजी के आदर्शों और संदेशों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।