राजकोट: कैंसर केयर फाउंडेशन ने 4 फरवरी, 2024 को विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर एक ऐतिहासिक कयाकिंग यात्रा का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस साहसिक यात्रा में दुनियाभर से कैंसर योद्धा हिस्सा लेंगे, जो द्वारका से सोमनाथ तक 250 किमी की यात्रा करेंगे। यह पहली बार होगा जब कैंसर योद्धा समुद्र में कयाकिंग जैसी चुनौतीपूर्ण गतिविधि में भाग लेंगे।
फाउंडेशन के अनुसार, इस यात्रा का उद्देश्य कैंसर के बाद जीवन को नया उत्साह देना और लोगों को यह संदेश देना है कि कैंसर को हराया जा सकता है। 20 नवंबर तक निशुल्क रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।
कैंसर योद्धाओं की शारीरिक और मानसिक क्षमता का परीक्षण
राजकोट जिला तैराकी संघ के सचिव बंकिम जोशी ने बताया कि कैंसर योद्धाओं को पहले स्विमिंग पूल में 500 मीटर तैरने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद उन्हें खुले पानी में कयाकिंग और तैराकी के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यात्रा से पहले उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति का परीक्षण किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे 250 किमी तक कश्ती चला सकते हैं।
टीकाकरण शिविरों का आयोजन
इस आयोजन के दौरान द्वारका से सोमनाथ तक के तटीय गांवों में 30 कैंसर जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। यहां मुफ्त मैमोग्राफी और एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) वैक्सीनेशन की सुविधा दी जाएगी, जो गर्भाशय (सर्वाइकल) कैंसर से बचाव के लिए महत्वपूर्ण है।
12 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, 20 देशों से आने की उम्मीद
अब तक इस यात्रा में 12 कैंसर योद्धाओं ने रजिस्ट्रेशन किया है, जिनमें कनाडा, यूके, ओडिशा और महाराष्ट्र से भी प्रतिभागी शामिल हैं। कैंसर केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्विन सोलंकी ने कहा कि उनका उद्देश्य कैंसर के बाद जीवन को उत्साह से भरना है और कैंसर योद्धाओं को समाज में एक नई पहचान देना है।
कैंसर केयर फाउंडेशन की शुरुआत
कैंसर केयर फाउंडेशन की शुरुआत 2019 में हुई थी, जब सोलंकी को खुद कैंसर का निदान हुआ था। उन्होंने रेडिएशन और कीमोथेरेपी की प्रक्रिया पूरी की और फिर कैंसर योद्धाओं के लिए प्रेरणादायक गतिविधियों की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने योग, ध्यान शिविर और सेमिनार आयोजित किए हैं। पिछले साल कैंसर योद्धाओं के लिए फैशन शो और गरबा आयोजन भी किए गए थे, जिन्हें गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है।
कैंसर से बचाव पर पुस्तक का विमोचन
इस अवसर पर मोरारी बापू द्वारा कैंसर से बचाव और कैंसर योद्धाओं पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन किया गया। एक किताब “किंत्सुगी टेल्स” में 28 कैंसर योद्धा बहनों की प्रेरणादायक कहानियाँ शामिल हैं, जबकि दूसरी किताब “एडिक्शन इज़ कैंसर” नशे और कैंसर से जूझ रहे लोगों की संघर्षपूर्ण यात्रा पर आधारित है।