अहमदाबाद: बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था 7 दिसंबर को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अपने कार्यकर्ता सुवर्ण महोत्सव का आयोजन कर रही है। यह महोत्सव 1972 में प्रमुख स्वामी महाराज द्वारा स्थापित कार्यकर्ता संरचना के 50 वर्षों की उपलब्धियों और सेवाओं का सम्मान करेगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर देश-विदेश से 1 लाख से अधिक कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे।
कार्यकर्ताओं के योगदान का सम्मान
यह सुवर्ण महोत्सव बीएपीएस के उन कार्यकर्ताओं के समर्पण को समर्पित है, जिन्होंने संस्था के हर पहलू में निस्वार्थ सेवा दी है। संस्था के संतों और महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में इन कार्यकर्ताओं ने प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव, अक्षरधाम मंदिर निर्माण और विभिन्न सामाजिक कार्यों में योगदान दिया है।
प्रमुख आकर्षण
- भव्य मंच और कल्पवृक्ष थीम: स्टेडियम में विशेष रूप से एक मंच तैयार किया गया है, जिसकी थीम “कल्पवृक्ष” है। यह कार्यकर्ताओं के समर्पण और उनके सपनों को साकार करने का प्रतीक है।
- विशेष व्यवस्था:
- कार्यकर्ताओं के लिए काले रंग की ड्रेस और जर्सी निर्धारित की गई है।
- देशभर और विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अहमदाबाद में ठहरने और परिवहन की व्यापक व्यवस्था की गई है।
- यातायात और पार्किंग प्रबंधन के लिए 10,000 स्वयंसेवक सक्रिय रहेंगे।
- गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ेंगे। गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य गणमान्य अतिथि इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
महंत स्वामी का संदेश
महंत स्वामी महाराज ने इस अवसर पर कहा, “कार्यकर्ता संस्था की रीढ़ हैं। वे सोने जैसे अनमोल हैं, और उनका समर्पण प्रशंसनीय है। यह आयोजन उनके त्याग और सेवा का उत्सव है।”
तैयारियों का जायजा
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बीएपीएस कार्यकर्ताओं ने तीन महीने पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। रिवरफ्रंट के पास पार्किंग से लेकर स्टेडियम तक लोगों के पहुंचने में किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया है। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन और पुलिस विभाग के सहयोग से यातायात नियंत्रण की विस्तृत योजना बनाई गई है।
सेवा और भक्ति का संगम
यह सुवर्ण महोत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बीएपीएस कार्यकर्ताओं के योगदान को पहचानने और उन्हें सम्मानित करने का एक प्रयास है। यह आयोजन स्वामीनारायण संस्था की 50 वर्षों की यात्रा और इसके उज्जवल भविष्य का प्रतीक बनेगा।