ब्लूमबर्ग की सूची: दुनिया के 25 सबसे अमीर परिवारों में अंबानी परिवार आठवें स्थान पर, भारत की जीडीपी का 10% हिस्सा
14 दिसंबर 2024, नई दिल्ली: ब्लूमबर्ग द्वारा जारी की गई दुनिया के 25 सबसे अमीर परिवारों की सूची में इस बार भारत का अंबानी परिवार आठवें स्थान पर है। इस सूची के मुताबिक, इस साल इन अमीर परिवारों की संपत्ति में 34.5 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
वाल्टन परिवार, जो कि वॉलमार्ट कंपनी का संचालन करता है, इस बार पहले स्थान पर है। वॉलमार्ट परिवार की कुल संपत्ति 36.7 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल से 14.6 लाख करोड़ रुपये ज्यादा है। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात और कतर के शाही परिवार क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
भारत का अंबानी परिवार
भारत का सबसे अमीर परिवार अंबानी परिवार है, जिसकी कुल संपत्ति 8.45 लाख करोड़ रुपये है, और वह इस सूची में आठवें स्थान पर काबिज है। अंबानी परिवार के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज, जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल जैसी बड़ी कंपनियां हैं। इसके अलावा, मिस्त्री परिवार 3.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 23वें स्थान पर है, जो शापूरजी पालोनजी ग्रुप का मालिक है।
प्रमुख अमीर परिवारों के व्यवसाय
वाल्टन परिवार: 1950 के दशक में सैम वाल्टन ने वॉलमार्ट की शुरुआत की थी। आज के समय में उनके पास वॉलमार्ट में 46% हिस्सेदारी है और दुनिया भर में 10,600 स्टोर हैं।
हर्मेस परिवार (फ्रांस): लक्ज़री फैशन ब्रांड हर्मेस का मालिक यह परिवार है, जिसकी शुरुआत 1837 में हुई थी।
मार्स परिवार: कैंडी उद्योग में स्थापित, यह परिवार अब पालतू उत्पादों में भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
अंबानी परिवार: धीरूभाई अंबानी ने 1955 में रिलायंस कमर्शियल कॉर्पोरेशन की स्थापना की थी, जो आज ऊर्जा, खुदरा और
दूरसंचार क्षेत्रों में काम करता है।
अंबानी परिवार की संपत्ति और भारत की जीडीपी
बार्कलेज-हुरुन इंडिया द्वारा जारी की गई 2024 की सबसे मूल्यवान पारिवारिक व्यवसाय सूची के अनुसार, अंबानी परिवार की कुल संपत्ति 25.75 ट्रिलियन रुपये है, जो भारत की जीडीपी का लगभग 10% है। इस सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज, जियो प्लेटफॉर्म्स और रिलायंस रिटेल जैसी कंपनियों का मूल्यांकन किया गया है।
धीरूभाई अंबानी की विरासत
धीरूभाई अंबानी ने 1955 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखी थी। उनका जन्म 28 दिसंबर 1933 को सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले में हुआ था। बिना किसी पैतृक संपत्ति के, उन्होंने एक छोटे से व्यापार से शुरुआत की और आज उनका साम्राज्य दुनिया के सबसे बड़े व्यवसायों में से एक है। धीरूभाई की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कोकिलाबेन अंबानी और उनके बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी ने उनकी संपत्ति का बंटवारा किया।