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‘नीरजा…एक नई पहचान’ की आस्था शर्मा का कहना है कि जैसे-जैसे नीरजा सशक्त होती जाएगी, महिला दर्शकों को उसके किरदार से प्रेरणा मिलेगी

कलर्स के ‘नीरजा… एक नई पहचान’ में नीरजा की भूमिका निभाने वाली प्रतिभाशाली अभिनेत्री आस्था शर्मा शो में अपने प्रदर्शन से दर्शकों का मनोरंजन कर रही हैं। खुद को मिली पहचान से खुश, आस्था ने अपने किरदार में आए बदलाव के बारे में खुलकर बात की। सोनागाछी की कठोर हकीकत से बेखबर एक भोली-भाली लड़की से आगे बढ़ते हुए, नीरजा रूढ़िवादी सोच को चुनौती देने वाली एक निडर, आत्मविश्वासी युवा महिला के रूप में विकसित हुई है। मां दुर्गा के आशीर्वाद से, नीरजा बाधाओं को दूर करने, दीदुन का सामना करने और अपनी पहचान बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस सोशल ड्रामा की कहानी सोनागाछी से निकलकर नीरजा की गरिमा और स्वतंत्रता की तलाश के इर्द-गिर्द घूमती है।

मौजूदा ट्रैक में, दर्शक नीरजा को मुक्ति का प्रतीक बनते हुए देख रहे हैं, क्योंकि वह अपने और प्रॉतिमा के खिलाफ दीदुन द्वारा किए गए पिछले गलत कामों के कारण उसका सामना करती है। जब नीरजा दीदुन का सामना करती है, तो वह उस घटना को याद करती है जिसके कारण प्रॉतिमा को अन्यायपूर्ण कैद हुई और उसके और अबीर के बीच गलतफहमियां पैदा हुईं, जिससे सोनागाछी से संबंधित उसकी पृष्ठभूमि के बारे में जानने के बाद अबीर ने खुद को उससे दूर कर लिया।

अपने परिवर्तन पर बात करते हुए, आस्था कहती हैं, “मैं विभिन्न प्रकार की भावनाओं और विकास वाला किरदार, नीरजा बनने का अवसर पाने के लिए आभारी हूं। शुरुआत में, वह मासूम और सौम्य थी, लेकिन जब उसे कठोर हकीकत का सामना करना पड़ा, तो वह विद्रोही हो गई और प्रॉतिमा व अपने लिए दीदुन के खिलाफ खड़ी हो गई। नीरजा का किरदार निभाना मेरे लिए प्रेरणादायक सफर रहा है और मुझे उम्मीद है कि जैसे-जैसे नीरजा सशक्त होती जाएगी, हमारे दर्शकों, खासकर महिला दर्शकों को उसके किरदार से प्रेरणा मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि वे अपने लिए खड़े होना सीखेंगी, एक-दूसरे का समर्थन करना सीखेंगी और नीरजा की तरह मजबूत होकर उभरेंगी। मासूमियत से लेकर विद्रोह तक, मैं अपने किरदार में होने वाले परिवर्तन से रोमांचित हूं।”

और जानने के लिए देखते रहिए ‘नीरजा… एक नई पहचान’, हर सोमवार से रविवार रात 8:30 बजे, केवल कलर्स पर!

 

 

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