साहित्य शिरोमणि शब्द-सम्मान से विभूषित अलीगढ के वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि गीतकार डॉ.अवनीश राही को उनके द्वारा शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में निरन्तर योगदान हेतु हिन्दी के प्रथम महाकवि चंदबरदाई की स्मृति में राजस्थान का बहु-प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार “चंदबरदाई गीत ऋषि राजस्थान सम्मान” से नवाजा गया। इसके लिए महाकवि चंदबरदाई की कर्म भूमि राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री माननीय प्रेमचन्द बैरवा के कर कमलों द्वारा डॉ.राही को यह सम्मान दिया जाना था, किन्तु अहमदाबाद विमान दुर्घटना त्रासदी के कारण डिप्टी सीएम के स्थान पर आई.सी.सी.सी. इन्डो कनाडा प्रेसीडेंट मि. कैलश गुप्ता ने डिप्टी सीएम के प्रतिनिधि के रूप में शिरकत कर कार्यक्रम को अंजाम दिया।
सर्वप्रथम उन्होंन अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त कर, सभी को दो मिनट का मौन धारण कराया। उसके बाद अलीगढ के गीतकार डॉ.अवनीश राही को स्मृति-चिन्ह, प्रशस्तिपत्र के साथ शाॅल उढाकर कर “चंदबरदाई गीत ऋषि” की उपाधि से सम्मानित किया।
इस अवसर मुख्य अतिथि ने कहा कि साहित्य समाज का अभिन्न अंग है। साहित्य के बिना स्वस्थ्य समाज की कल्पना भी नहीं की जा सकती। ऐसे में शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में कलम के सशक्त हस्ताक्षर गीतकार डॉ.अवनीश राही अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं। निस्संदेह जाने-माने जनकवि गीतकार डा.अवनीश राही का साहित्य भावों की बगिया में विविध प्रकार की खुश्बू समेटे हुए हैं, जो पार्श्वगायक कुमार सानू, उदित नारायण, अलका याज्ञनिक, अनुराधा पौडवाल, अनूप जलोटा सरीखे पार्श्वगायकों के स्वरों से और भी महक रहा है।
गीतकार डॉ.अवनीश राही ने जहां एक ओर अहमदाबाद विमान दुर्घटना में क्रूर काल के गाल में समाए मृतकों को शब्द रूपी श्रद्धांजलि दी, वहीं दूसरी ओर नम नैनों से पुरस्कार प्राप्त कर कहा कि मुझे भलीभाँति अहसास है कि साहित्य और समाज के प्रति मेरी जिम्मेदारी पहले से कहीं और ज्यादा बढ गई है।
कैज़ ब्रेन प्राइवेट लिमिटेड मुंबई महाराष्ट्र के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ, राजस्थान सहित पूरे भारत के विविध कला एवं साहित्य प्रेमियों ने भाग लिया।
ज्ञातव्य हो कि अलीगढ के हीरालाल बारहसैनी इंटर कॉलेज में व्याख्याता पद पर आसीन गीतकार डॉ.अवनीश राही को पिछले दिनों दिल्ली विधान सभा में दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष ने राष्ट्रीय पुरस्कार “भारत विभूषण” की उपाधि से विभूषित किया, वहीं हिमाचल प्रदेश के गवर्नर ने “राष्ट्रीय गौरव साहित्य श्री” राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।