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नोकिया मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स रिपोर्ट में खुलासा- भारत में 4जी के मुकाबले 5जी डाटा की खपत चार गुना तेज़

  • 4जी यूज़र्स के मुकाबले 5जी यूज़र्स का औसतन डाटा उपभोग 3.6 गुना अधिक
  • अधिक पिछले पांच वर्षों में 26 प्रतिशत सीएजीआर के साथ भारत में मोबाइल डाटा ट्रैफिक 2023 में प्रतिमाह 17.4 ईबी पर पहुंचा
  • भारत में कुल सक्रिय 4जी डिवाइस का करीब 17 प्रतिशत 5जी सक्षम

 

नोकिया ने अपना वार्षिक भारतीय बाज़ार केंद्रित मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स (एमबीआईटी) के निष्कर्षों को आज प्रकाशित किया जिसमें खुलासा हुआ कि अक्टूबर, 2022 में लांचिंग के बाद से 5जी यूज़र्स, 4जी की तुलना में करीब 3.6 गुना अधिक मोबाइल डाटा ट्रैफिक का उपयोग कर रहे हैं। वर्ष 2023 में यूज़र्स ने प्रतिमाह 17.4 एक्साबाइट्स डाटा का उपभोग किया जो पिछले पांच वर्षों में साल दर साल 26 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। 5जी की लांचिंग, डाटा उपयोग की वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण उत्प्रेरक के तौर पर उभरी है जिसका 2023 में कुल डाटा ट्रैफिक में 15 प्रतिशत का योगदान रहा।

इस रिपोर्ट में 5जी टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाए जाने के बल पर भारतीय मोबाइल डाटा परिदृश्य में हुए एक उल्लेखनीय परिवर्तन को उजागर किया गया है। सभी दूरसंचार सर्किलों में 5जी ट्रैफिक में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई जिसमें मेट्रो सर्किल ने इस वृद्धि का नेतृत्व किया और कुल मोबाइल डाटा ट्रैफिक में इसकी हिस्सेदारी 20 प्रतिशत पहुंच गई। 5जी की वृहद उपलब्धता और निष्पादन के साथ ही व्यापक रेंज में किफायती उपकरणों की उपलब्धता और नए डाटा सघन ऐप्स एवं सेवाओं के पेश होने से भविष्य में 5जी की वृद्धि और गति पकड़ेगी। वर्ष 2023 में प्रति यूजर औसत मासिक डाटा ट्रैफिक भी साल दर साल 24 प्रतिशत बढ़कर प्रति यूजर प्रति माह 24.1 गीगाबाइट्स पहुंच गया।

5जी फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) भी घर एवं कारोबार दोनों में ही नई सेवाओं के लिए एक प्रमुख कारक के तौर पर काम करेगा जिसमें एफडब्ल्यूए यूज़र्स द्वारा औसत 5जी यूज़र्स से अनुमानित ढाई गुना अधिक डाटा का उपभोग किए जाने की संभावना है। भारत में 5जी डिवाइस इकोसिस्टम तेज़ी से उभर रहा है जिसमें कुल 79.6 करोड़ सक्रिय 4जी उपभोक्ताओं में से 13.4 करोड़ या करीब 17 प्रतिशत अब 5जी सक्षम हैं।

नोकिया एमबीआईटी 2024 रिपोर्ट में यह भी रेखांकित किया गया है कि वर्ष 2030 तक टेक्नोलॉजी में अहम बदलाव आएगा जिससे नए अवसर पैदा होंगे और एक डिजिटलीकृत एवं प्रोग्रामिंग योग्य विश्व का निर्माण होगा। वर्ष 2030 में जो टेक्नोलॉजी इस दुनिया को आकार देंगी उनमें मेटावर्स, एआई/एमएल, क्लाउड और वेब 3.0 आदि शामिल हैं।

नोकिया (इंडिया) में मोबाइल नेटवर्क्स बिजनेस के प्रमुख तरुण छाबरा ने कहा, हमें वर्ष 2024 के लिए नोकिया के मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स का नवीनतम संस्करण पेश करते हुए बहुत खुशी है। पूरे भारत में 5जी टेक्नोलॉजी का व्यापक स्तर पर प्रसार हो रहा है और सुपर फास्ट 5जी डाटा स्पीड के लिए मांग बढ़ रही है। नोकिया अपने ऑपरेटर साझीदार के साथ ग्राहकों की मांग पूरी करने में मदद के लिए निरंतर मिलकर काम करते रहने की उम्मीद करती है।

संपादकों के लिए नोट्स

*एक एक्साबाइट 1,000 पेटाबाइट्स के बराबर है, एक पेटाबाइट 1,000 टेराबाइट के बराबर है

संसाधान

Webpage: Nokia AirScale Cloud RAN

Webpage: Nokia anyRAN

Webpage: Nokia AirScale Baseband

नोकिया के बारे में

नोकिया में हम ऐसी प्रौद्योगिकी तैयार करते हैं जिससे इस दुनिया को साथ मिलकर काम करने में मदद मिले। बी2बी टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन लीडर के तौर पर हम ऐसे नेटवर्कों के मामले में अग्रणी हैं जो हमारे सभी मोबाइल, फिक्स्ड और क्लाउड नेटवर्कों का उपयोग कर महसूस करता है, सोचता और काम करता है। इसके अलावा, हम बौद्धिक संपदा और दीर्घकालीन अनुसंधान के साथ नोकिया बेल लैब्स की अगुवाई में मूल्य का सृजन करते हैं। दुनियाभर में सेवा प्रदाता, एंटरप्राइस और साझीदार सुरक्षित, विश्वसनीय और टिकाऊ नेटवर्कों की डिलीवरी को लेकर नोकिया पर आज भरोसा करते हैं और भविष्य की डिजिटल सेवाओं एवं एप्लीकेशंस का सृजन करने के लिए हमारे साथ काम करते हैं।

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