सूरत: गुजरातियों के लिए गोवा या दीव के बीच की सैर एक लोकप्रिय विकल्प रही है, लेकिन अब गुजरात में ही एक नया बीच स्पॉट उभर रहा है। सूरत के सुवालि बीच पर लगातार दूसरे साल बीच फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रसिद्ध लोक गायिका किंजल दवे ने अपने गीत-संगीत के साथ समां बांध दिया और दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
किंजल दवे की सुरमयी प्रस्तुति
बीच फेस्टिवल के पहले दिन, शाम के समय किंजल दवे ने अपनी मधुर आवाज में विभिन्न लोक गीतों और पारंपरिक-आधुनिक गानों से समां बांध दिया। उनके गायन की ताल पर सूरतवासी थिरकते हुए नजर आए। समुद्र के किनारे बहती ठंडी हवा और संगीत की धुन ने माहौल को और भी आह्लादित कर दिया।
सुवालि बीच का विकास
गुजरात सरकार राज्य के 1,600 किलोमीटर लंबे समुद्र तट को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर काम कर रही है। इस दिशा में, सुवालि जैसे कई छोटे-छोटे बीचों का भी विकास किया जा रहा है। आने वाले दिनों में स्वसहाय समूहों और स्थानीय कारीगरों को अपनी हस्तकलाओं और गृह उद्योग से आय अर्जित करने के लिए स्थायी दुकानें और स्टॉल्स लगाए जाएंगे। इसके अलावा, पीने के पानी के लिए 1 करोड़ रुपये की लागत से जल शोधक संयंत्र की स्थापना की जा रही है।
सुविधाओं का निर्माण और बुनियादी ढांचे का विकास
सूरत समेत आसपास के क्षेत्रों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार ने सुवालि बीच के विकास में 28 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें सड़क निर्माण, बिजली, पानी की सुविधाओं सहित अन्य बुनियादी ढांचे का विस्तार किया जाएगा।
डभारी बीच का भी होगा विकास
अब सुवालि के बाद डभारी बीच को भी विकसित किया जाएगा। इसके लिए 10 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। पहले जो यह बीच दुर्घटनाओं के लिए जाना जाता था, अब यह आकर्षण का केंद्र बन चुका है। सुरक्षा के मद्देनजर पर्यटकों को समुद्र में नहाने और खतरे से बचने की सलाह दी गई है।
राज्य सरकार से 50 करोड़ रुपये की मदद
सुवालि बीच के पर्यटन विकास के लिए राज्य सरकार ने 50 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है। इसके तहत 10 मीटर चौड़ी सड़क और 4.71 करोड़ रुपये की लागत से एक रेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना से आसपास के गांवों में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
सुवालि बीच फेस्टिवल की खास गतिविधियां
बीच फेस्टिवल में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बीच वॉलीबॉल, रस्सी खींच, ऊंट की सवारी, काइटिंग, कमांडो नेट, टायर क्लाइंबिंग, रोप क्लाइंबिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटी आयोजित की जा रही हैं। इसके अलावा, यहां मेहंदी, संगीत, नृत्य, चित्रकला, हस्तकला, बच्चों के लिए खेल, फूड कोर्ट, क्राफ्ट स्टॉल्स और फोटो कोर्नर भी लगाए गए हैं। साहसिक खेलों के शौकिनों के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स की भी व्यवस्था है।
निष्कर्ष
सुवालि बीच अब अपने प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक समृद्धि के कारण पर्यटकों का आकर्षण बनता जा रहा है। यहां की साफ-सफाई और शांत वातावरण पर्यटकों को गोवा जैसी महसूस कराता है, और अब यह एक नई पर्यटन दिशा के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।