मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं सालगिरह पर क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने अपने अनुभव और यादें सोशल मीडिया पर साझा कीं। इसी कड़ी में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने विदाई टेस्ट मैच से जुड़ी एक खास और भावुक स्मृति साझा की।
सचिन ने बताया कि उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट मैच के लिए वानखेड़े स्टेडियम को क्यों चुना। उन्होंने कहा कि यह उनके करियर की आखिरी ख्वाहिश थी, जिसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूरा किया। सचिन ने BCCI से अनुरोध किया था कि वे अपना आखिरी टेस्ट मुंबई में खेलना चाहते हैं ताकि वे अपने परिवार, दोस्तों और उन लाखों प्रशंसकों के सामने अलविदा कह सकें, जिन्होंने उनके पूरे करियर में उनका साथ दिया।
यह ऐतिहासिक टेस्ट मैच नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। यह मैच न केवल सचिन के करियर का 200वां टेस्ट था, बल्कि उनके क्रिकेट जीवन का सबसे भावुक पल भी बन गया। वानखेड़े स्टेडियम का हर कोना सचिन के नाम से गूंज उठा था। जब सचिन मैदान पर उतरे, तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया और पूरा स्टेडियम “सचिन-सचिन” की गूंज से भर गया।
सचिन द्वारा साझा किए गए इन भावनात्मक लम्हों ने उनके प्रशंसकों को एक बार फिर उनके शानदार करियर की यादों में ले गया। वानखेड़े स्टेडियम केवल एक क्रिकेट मैदान नहीं है; यह वह जगह है जो सचिन तेंदुलकर के जादुई सफर की अनमोल यादों को सहेजे हुए है।