मीठी खाड़ी में बढ़ती बाढ़: मीठी खाड़ी के गगनचुंबी दृश्य का वर्णन करते हुए, वर्तमान में जल स्तर 8.50 मीटर से खतरे का स्तर 9.35 मीटर पहुंच गया है। इसके परिणामस्वरूप पूना-कुंभरिया से लेकर पर्वत पाटिया और लिंबायत में बाढ़ का असर देखने को मिल रहा है। अमान्या कमरूनगर, नूर इलाहीनगर, कुंभारिया गांव, रजानगर, सोनियानगर, जवाहरनगर, श्मशानभूमि, क्रांतिनगर और रावनगर इन प्रभावित इलाकों में पानी में डूब गए हैं।
सूरत में रविवार दोपहर से लगातार बारिश हो रही है, जिससे गुजरात का दूसरा सबसे बड़ा शहर मूसलाधार बारिश का शिकार हो गया है। इसके कारण हालात बहुत खराब हो गए हैं और निचले इलाकों में लोगों को बचाया जा रहा है। रेस्क्यू टीम रसूलाबाद में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए अपील कर रही है। बचाव दल ने लाउडस्पीकर के माध्यम से अपील की है कि जो भी लोग सुरक्षित स्थानों पर आना चाहते हैं, उन्हें जल से दूर रहकर रेस्क्यू टीम के साथ काम करना चाहिए। रसूलाबाद क्षेत्र में कमर तक पानी भर गया है और घरों में भी पानी की स्तिथि बहुत खराब हो गई है। सुबह 5 बजे करीब 10 परिवारों को बचाया गया है।
दिव्य भास्कर की टीम रेस्क्यू टीम के साथ नाव में बैठकर अलग-अलग इलाकों में फ्लैश अपडेट दे रही है और लोगों को सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रही है।