कोलकाता में हाल ही में हुई बलात्कार और हत्या की भयावह घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक पीजीटी डॉक्टर के साथ हुई इस घटना ने समाज के विभिन्न वर्गों में आक्रोश और निराशा की लहर दौड़ा दी है। हत्या की शिकार महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं।
जूनियर डॉक्टर और मेडिकल बिरादरी के अन्य सदस्य पूरे भारत में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, चेन्नई, पोर्ट ब्लेयर और अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें आक्रोशित और दुखी लोग ‘महिलाओं की सुरक्षा’ की मांग कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की आंखों में गुस्सा और पीड़ा साफ देखी जा सकती है।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे सीबीआई को सौंप दिया गया है, और मामले की जांच अभी भी जारी है। आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टरों से 24 घंटे की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है, जिससे चिकित्सा क्षेत्र में एकजुटता और महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता को उजागर किया जा सके।
इस हड़ताल और विरोध प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य समाज को यह बताना है कि महिला सुरक्षा की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और इस मुद्दे पर ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है। मेडिकल बिरादरी की इस ताकतवर आवाज ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और न्याय की इस मांग को एक नई दिशा दी है।