कलर्स के ‘डोरी’ ने माही भानुशाली अभिनीत छह वर्षीय बालिका, डोरी की प्रेरणादायक यात्रा को पेश करके दर्शकों का दिल जीत लिया है। यह सोशल ड्रामा सुधा चंद्रन अभिनीत कैलाशी देवी ठाकुर की पिछड़ी मानसिकता से डोरी के प्रगतिशील विचारों के टकराव को प्रदर्शित करते हुए, समाज को प्रभावित करने वाले पितृसत्तात्मक मानदंडों पर प्रकाश डालता है।
इसकी आगामी कहानी में, डोरी के पिता गंगा प्रसाद जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह अस्पताल में भर्ती हैं जहां दिमाग में लगी गंभीर चोटों के कारण उनका जीवन खतरे में है। इसी तरह, एक गंभीर वित्तीय संकट का सामना करते हुए, डोरी गुज़ारा करने हेतु पर्याप्त धन कमाने के लिए ‘नाग नथैया’ प्रतियोगिता में भाग लेती है। वह नहीं जानती कि परछाई में छिपा उसका बायोलॉजिकल पिता आनंद एक शैतानी चाल चल रहा है। ‘कालिया मर्दन’ की कहानी के बीच, भगवान कृष्ण की भूमिका निभा रही डोरी, ज़िंदा जैसा दिखने वाले नाग के कटआउट से गेंद निकालने की कोशिश करती है। हालांकि, कहानी तब भयावह मोड़ ले लेती है जब आनंद चालाकी से मंच पर ज़हरीले सांप ले आता है, जिनसे वह डोरी को मारना चाहता है और इसे एक घातक हादसे के रूप में पेश करना चाहता है। इस खुशनुमा प्रतियोगिता में भगदड़ मच जाती है, जिससे दर्शकों का ध्यान आकर्षित होता है क्योंकि डोरी को एक अप्रत्याशित और जानलेवा चुनौती का सामना करना पड़ता है। क्या डोरी अपने पिता के गंभीर ऑपरेशन के लिए प्रतियोगिता का ईनाम हासिल कर पाएगी? या फिर वह आनंद की जानलेवा साज़िश का शिकार हो जाएगी?
‘डोरी’ देखते रहें, हर दिन रात 9:00 बजे केवल कलर्स पर।