सूत्रों की माने तो आर जे वीर जो की एक प्राइवेट रेडियो में मुख्य कार्यक्रम के वक्ता हैं, साथ ही उनका लंबा चोड़ा एंकरिंग का अनुभव भी हैं। उन्होंने इस महीने अपने कार्यकाल का दायका पूरा करते हुए अपने रेडियो के पेशे को अलविदा केह दिया हैं?
स्वच्छता की बात हो या मतदान कि जागरूकता फैलानी हो युवकों के हमेशा प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं आर जे वीर। कहते हैं अब तो गूगल भी आर जे वीर लिखने पर उनकी सारी जीवनकुंडली खोल देता हैं, देश और दुनिया भर से लोग उन्मे रुचि लेते देखे गये है।
कहते हैं जब भी कोई सूरत में आता या सूरत से जाता हैं तो आर जे वीर की आवाज़ सूरत पुलिस के सानिध्य से लोगो की सुरक्षा का दायित्व निभाते हुए रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर सुनाई पड़ती है।
वैसे यह कोई बड़ी बात नहीं है रेडियो मैं कोई एक आर जे जाएगा तो दूसरा आर जे आएगा पर प्रश्न है कि वो ये अंदाज़ क़हा से लाएगा. जैसे हर किसी का अपना अलग अंदाज़ हो ता है इनका भी रैडियो पर है एक अलग अंदाज़, उनका शो प्रश्नों, तोहफ़े, खेल,कहानियाँ और गोटाला लाल जैसे कॉमेडी कैरेक्टर्स से भरा पड़ा है।
कई बार कई महिला श्रोता आर जे वीर को भाई कहकर संबोधित किया करती है और जब सूरत कि सुरक्षा कि बात आती हो तब भी चाहे कोरोना हो या आर्मी जवाब के साथ राखी, हर परिस्थिति में सूरत और सुरतियों के साथ खड़े रेह कर उत्साह बढ़ाने का और प्रेरित करने का प्रयास करते रहे है।
सवाल अब यह हैं की क्या सच में अब रेडियो पर हम इस बुलंद और आकर्षक आवाज़ को नहीं सुन पायेंगे ? चलिए अगर ऐसा है भी तो सोशल मीडिया का जमाना है दोस्त बस आर जे वीर लिखा नहीं की आप पहुँच गये उनकी दुनिया में।