सिंघवी बोले- “मैं सिर्फ 3 मिनट सदन में था”
सिंघवी ने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाली है। मैं सदन में केवल 3 मिनट के लिए मौजूद था। किसी ने जानबूझकर यह साजिश रची है। मुझे उम्मीद है कि जांच के जरिए सच्चाई सामने आएगी।”
बीजेपी ने उठाए सवाल, कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया
बीजेपी नेता किरण रिजिजू ने कहा, “संसद में नोटों का बंडल मिलना गंभीर मामला है। क्या यह डिजिटल इंडिया के विचार के खिलाफ नहीं है? इस पर कठोर जांच होनी चाहिए।”
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “जांच से पहले किसी का नाम लेना अनुचित है। हमें जांच एजेंसियों पर भरोसा करना चाहिए।”
संसद की गरिमा पर उठे सवाल
लोकसभा और राज्यसभा दोनों में इस मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सरकार पर हमला बोला, जबकि बीजेपी ने इस घटना को गंभीर बताते हुए स्पीकर के फैसले का समर्थन किया।
भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
शुक्रवार को बाबा साहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर पीएम मोदी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने संसद में श्रद्धांजलि दी। इस बीच, संसद में विपक्ष ने ‘मोदी-अडानी’ मुद्दे को लेकर नारेबाजी की, जिससे कार्यवाही बाधित हुई।
जांच की मांग और आगे का रास्ता
अब सभी की नजरें इस मामले की जांच पर टिकी हैं। सवाल यह है कि संसद में कैश का बंडल कैसे पहुंचा और इसके पीछे किसका हाथ है। घटना ने न केवल राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है, बल्कि संसद की सुरक्षा और गरिमा पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।