समर कभी भी घर में ऑफिस की बातें नहीं करता था। यही वजह है कि ऑफिस की पार्टियाँ और उनके किस्से मेरे लेखन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। पति अपनी व्यक्तिगत और अफेयर की बातें घर में नहीं बताते, लेकिन दूसरों के अफेयर की खबरें तेजी से फैल जाती हैं।
पार्टी के दौरान, महिलाओं का एक समूह गॉसिप में उलझा रहता है। हाल ही की पार्टी में, मैं सबका ध्यान केंद्रित थी जब छवि ने बेशर्मी से कहा कि समर का अफेयर वर्षा के साथ शुरू हो गया है। प्रिया, दिव्यानी, मंदाकिनी और अंजलि ने इस खबर की पुष्टि की और बताया कि समर और वर्षा को सिनेमा और होटल में देखा गया था। यह सुनकर मैं पूरी तरह से दुखी हो गई, लेकिन मैंने दिखाया कि इस खबर का मुझ पर कोई असर नहीं है।
पार्टी में, मैंने सलाह और हमदर्दी को नजरअंदाज कर दिया और सीधे शौचालय में चली गई। वहां, मैंने सोचा कि पति के साथ ऐसे मामलों में लड़ना बेकार है। लड़ाई का असर उल्टा हो सकता है, और रोने से भी कोई फायदा नहीं। इसलिए, मैंने योजना बनाने का निर्णय लिया।
मैंने पार्टी हॉल में जाकर स्थिति का जायजा लिया और देखा कि समर और वर्षा एक कोने में हंसते हुए बातें कर रहे थे। यह संकेत था कि उनके मन में कुछ गड़बड़ है। मैंने वर्षा की तारीफ की कि वह कितनी खूबसूरत लग रही है और उसके कपड़े कितने अच्छे हैं। मेरी तारीफ से वह थोड़ी खुश हुई और खुलकर मुस्कुराने लगी। समर को मेरे व्यवहार में कोई आपत्ति नहीं लगी, और वह दूसरे ग्रुप में चला गया।
मैंने गुस्से और नफरत को छुपाते हुए वर्षा के साथ समय बिताया, ताकि समर और वर्षा को एक साथ आने का मौका न मिले। मैंने वर्षा से बार-बार घर आने के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। अंततः, उसने मुझे अपने घर आने का न्योता दिया, जो मुझे स्वीकार था।
घर वापस आने पर, मेरी सास ने मेरे अवसाद पर ध्यान दिया। वह कठोर होती हैं, लेकिन दिल से स्नेही भी हैं। जब उन्होंने पूछताछ की, मैंने सब कुछ बता दिया और उनके साथ विचार-विमर्श किया, जिससे मुझे राहत मिली।
समर के टूर पर जाने के बाद, मैंने सही दिन चुना और शनिवार को सुबह करीब 10 बजे वर्षा के घर पहुंची। वर्षा ने मुस्कुराते हुए मेरा स्वागत किया, लेकिन उसकी आंखों में चिंता और आश्चर्य था। मैंने कहा कि मुझे उसकी याद आई, इसलिए आई हूं। वर्षा ने पूछा कि मैं शिव को क्यों नहीं लाई। मैंने कहा कि वह बच्चों के साथ खेल रहा था।
वर्षा ने चाय और नाश्ता पेश किया। हम ने चाय और नाश्ता खत्म किया और कई विषयों पर बात की। मैंने वर्षा से उसकी शादी की योजना के बारे में पूछा। शादी की बात सुनते ही वह थोड़ा डर गई। मैंने उससे पूछा कि वह लव मैरिज करेगी या अरेंज मैरिज। वर्षा बौखला गई और जवाब दिया कि देखेगी क्या करना है। मैंने उससे छेड़खानी की कि उसके जैसे स्मार्ट लड़की के कई दोस्त होंगे और किसी से अफेयर होगा। वर्षा नहीं कह सकी कि उसका अफेयर मेरे पति के साथ है।
तभी मेरे मोबाइल पर कॉल आए, एक मेरी सास का और दूसरा मेरी बीसी की सहेली का। मैंने कहा कि मैं वर्षा के घर आई हूं। आधा घंटा ही बीता था कि मेरी सास, ननद मीनाक्षी, उनके बच्चे और शिव वर्षा के घर में दाखिल हो गए। बच्चों ने टीवी चालू कर दिया और कार्टून चैनल देखने लगे। सास और मीनाक्षी ने मेरी कमर की मोच के बारे में बात की। सास ने मीनाक्षी को समझाया कि वजन कम करने की सलाह मानी होती, तो कमर में मोच नहीं आती।
मीनाक्षी ने मजाक किया कि सास को तब समझ आएगा जब समर किसी खूबसूरत तितली के पीछे जाएगा। सास गुस्से में आ गई और मीनाक्षी को जवाब दिया। “मैं मजाक कर रही थी, मां।” मीनाक्षी ने कहा। सास ने वर्षा से भी कहा कि आज की लड़की में समझ और सब्र की कमी है, और प्रेम विवाह की बजाय गृहस्थी की देखभाल करनी चाहिए।
वर्षा ने झिझकते हुए हां कहा कि उसकी शादी नहीं हुई है, लेकिन जल्दी करेगी। मैंने उसे बीसी ग्रुप का सदस्य बनने का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने खुशी से स्वीकार कर लिया।
रूपाली ने सभी की सहमति प्राप्त की और बच्चों ने “थैंक्यू आंटी” कहकर बाहर निकल गए। मैंने वर्षा को प्यार से अलविदा कहा। सभी गाड़ी में बैठ गए और मैं उनके पास पहुंची। मेरी कमर में मोच नहीं आई थी। सब कुछ योजनानुसार चल रहा था। मैंने “वी फॉर विक्ट्री” का संकेत करते ही सभी के चेहरे पर खुशी देखी।
यह कहानी दिखाती है कि सच्चाई और चालाकी के साथ, परिस्थितियों को अपने पक्ष में किया जा सकता है। स्मार्टनेस और प्लानिंग से मुश्किल परिस्थितियों का सामना किया जा सकता है।