,भारत-पोलैंड संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 अगस्त को पोलैंड की अपनी यात्रा समाप्त की, जो भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड की पहली यात्रा थी पिछले 45 वर्षों में। यह यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि भारत और पोलैंड के बीच संबंधों को नई ऊँचाइयों पर ले जाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम था।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान पोलैंड के नेताओं से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके लिए विशेष रही और उन्होंने पोलैंड के लोगों का धन्यवाद अदा किया। मोदी ने दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसरों की पहचान की और विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि व्यापार, निवेश, शिक्षा, और संस्कृति में साझेदारी को बढ़ावा देने की दिशा में विचार-विमर्श किया।
इस यात्रा के दौरान, मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य उच्चस्तरीय अधिकारियों के साथ बातचीत की। दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को और सशक्त बनाने के लिए कई समझौते और करार किए गए। इन समझौतों के तहत, व्यापारिक सहयोग, तकनीकी आदान-प्रदान, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि भारत पोलैंड के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने की आशा करता है और दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग से वैश्विक मंच पर एक नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने पोलैंड की यात्रा को दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ करार दिया और भारत-पोलैंड संबंधों की मजबूती के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।