भारतीय सेना ने अपनी क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए तकनीकी उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस साल जनवरी में, सेना ने 100 रोबोटिक खच्चर खरीदने के लिए टेंडर जारी किए हैं, जो मुख्य रूप से भार ढोने के लिए डिजाइन किए गए हैं। इन खच्चरों का उद्देश्य कठिन और दुर्गम क्षेत्रों में सैनिकों की मदद करना है, जहां मानव श्रम सीमित हो सकता है।
इन रोबोटिक खच्चरों के साथ ही, भारतीय सेना ने 48 जेट पैक सूट भी खरीदे हैं, जो सैनिकों को 50 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से उड़ने की क्षमता देंगे। ये सूट सैनिकों को कठिन परिस्थितियों में तेजी से प्रतिक्रिया देने और महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने में सहायता करेंगे।
रोबोटिक खच्चर 10,000 फीट की ऊंचाई तक काम करने में सक्षम हैं, जो उन्हें पहाड़ी और उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी कार्य करने की अनुमति देता है। ये चार-पैर वाले रोबोट असमान इलाके में चलने और मध्यम चढ़ाई और उतराई को संभालने में कुशल हैं।
इस तकनीकी विकास से भारतीय सेना की लॉजिस्टिक क्षमता में वृद्धि होगी और यह सुरक्षा संचालन को अधिक प्रभावी और कुशल बनाने में सहायक सिद्ध होगा। यह कदम न केवल सैनिकों के लिए, बल्कि पूरे सैन्य ढांचे के लिए एक नया युग प्रस्तुत करता है, जो आधुनिक युद्ध की चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक है।