Jansansar
पेट रोगियों के लिए वडोदरा में नि:शुल्क मेगा आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर
हेल्थ & ब्यूटी

पेट रोगियों के लिए वडोदरा में नि:शुल्क मेगा आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर, 15 जून को होगा आयोजन

वडोदरा, 4 जून:यदि आप पेट से संबंधित गंभीर और जटिल बीमारयां जैसे फैटी लिवर या पेट में गंभीर रूप से कब्ज या डायरिया, भोजन करने के बाद पेट में मरोड़ और पेट के निचले हिस्से में दर्द, पेट में अधिक गैस बनना और सूजन होना, मल में श्लेष्म (Mucus) निकलना आदि से पीड़ित हैं तो आप के लिए एक बड़ी राहत की खबर है।

आगामी 15 जून, रविवार को पारुल आयुर्वेद अस्पताल, पारुल यूनिवर्सिटी, वडोदरा में एक नि:शुल्क एक दिवसीय मेगा आयुर्वेदिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर पारुल आयुर्वेद अस्पताल एवं बेस्ट आयुर्वेद गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल क्लिनिक के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होगा।

शिविर की जानकारी देते हुए कनाडियन कॉलेज ऑफ आयुर्वेदा एंड योग के अध्यक्ष एवं अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आयुर्वेदाचार्य डॉ. हरीश वर्मा ने बताया कि यह विशेष शिविर प्रातः 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक आयोजित होगा।
शिविर में मुख्य रूप से निम्नलिखित पेट संबंधी रोगों का आधुनिक शोधों पर आधारित आयुर्वेदिक निदान एवं उपचार किया जाएगा:
• अल्सरेटिव कोलाइटिस
• फैटी लिवर
• लिवर सिरोसिस
• गैस्ट्राइटिस
• पेप्टिक अल्सर
• सीलिएक रोग
• इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS)
• पुरानी कब्ज
• गुदा फिशर
• बवासीर (हैमोरॉयड्स)
डॉ. वर्मा ने बताया कि रोगियों की जांच प्राचीन आयुर्वेदिक नाड़ी परीक्षण के माध्यम से की जाएगी, जिसे प्रो. डॉ. हेमंत तोषीखाने, प्रो. डॉ. निशांत शुक्ला (जामनगर) और उनकी अनुभवी टीम द्वारा किया जाएगा।

शिविर में रोगियों को उनकी आवश्यकतानुसार नि:शुल्क आयुर्वेदिक औषधियां भी प्रदान की जाएंगी। साथ ही, प्रत्येक रोगी को उनके रोग की प्रकृति के अनुसार व्यक्तिगत आहार, दिनचर्या और योग-व्यायाम संबंधी सलाह भी दी जाएगी, जिससे वे दीर्घकालिक रूप से एक स्वस्थ जीवनशैली अपना सकें।

पंजीकरण अनिवार्य:
शिविर में भाग लेने के इच्छुक मरीजों को पूर्व पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकरण हेतु निम्नलिखित हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें:

• पारुल आयुर्वेद अस्पताल – 6358918993
• डॉ. निर्मला सोनवणे – 83296 14671
• डॉ. रवि पांड्या – 95582 80709
यह शिविर उन सभी रोगियों के लिए एक अनमोल अवसर है जो पेट की पुरानी समस्याओं से राहत पाना चाहते हैं—वो भी पूरी तरह प्राकृतिक और आयुर्वेदिक पद्धति के माध्यम से।
अस्वीकरण: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। कोई भी कदम उठाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Related posts

AM/NS इंडिया द्वारा गांधीधाम में मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू, स्वास्थ्य सेवा को बनाया अधिक अनुकूल

Ravi Jekar

लाइफटाइम निःशुल्क ओपीडी एवं ऑनलाइन परामर्श सेवा – गरीब व ज़रूरतमंदों के लिए समर्पित

Jansansar News Desk

डॉ. किरण प्रभाकर रिबेलो ने रचा चिकित्सा इतिहास: 1.9 किलोग्राम की सबसे बड़ी लिपोमा सफलतापूर्वक हटाई

यूएई में 6वीं एशियाई योगासन चैम्पियनशिप और अरब प्रशिक्षण शिविर

Ravi Jekar

परानुभूती फाउंडेशन की नई पहल; वसई विरार – पालघर में रौशनी का अनमोल उपहार

Ravi Jekar

अंतरराष्ट्रीय आयुष कॉन्क्लेव 2025 – आयुष क्षेत्र में नई संभावनाओं का संगम

Jansansar News Desk

Leave a Comment