हर रोज जब हम अपने दिन की शुरुआत करते हैं, तो सुबह से लेकर शाम तक कई तरह के लोग मिलते हैं। इनमें से कुछ अच्छे होते हैं और कुछ बुरे। आज मैं आपके लिए एक बहुत ही ज़बरदस्त और बेहतरीन कहानी लेकर आया हूं। इस कहानी को अंत तक ज़रूर सुनिए।
एक बार जंगल में एक गधा और चीता बहस कर रहे थे। गधा बार-बार कह रहा था कि आसमान लाल होता है, जबकि चीता उसे समझा रहा था कि आसमान लाल नहीं, नीला होता है। दोनों के बीच इसी बात पर बहुत देर से बहस चल रही थी। गधा लगातार इस बात पर अड़ा हुआ था कि आसमान लाल ही है, और उसने यह कह दिया तो लाल ही होगा।
आखिरकार चीता बहुत ज्यादा गुस्सा हो गया और उसने गधे से कहा, “ठीक है, हम जंगल के राजा शेर के पास चलते हैं और इस बात का फैसला वही करेंगे।” दोनों मिलकर शेर के पास गए। चीता गुस्से में था, जबकि गधा अपने मजे में था और खुद को सही मान रहा था।
चीता शेर से कहता है, “हम दोनों में से जो बेवकूफ निकले, उसे आप सजा दीजिए।”
शेर मुस्कुराकर पूछता है, “क्या बात है?”
चीता कहता है, “मैं इस गधे को कब से समझाने की कोशिश कर रहा हूं कि आसमान नीला होता है, लेकिन यह गधा कहता है कि आसमान लाल होता है। इसी बात पर हमारी बहस चल रही है।”
शेर कहता है, “ठीक है, मैं तुम्हें मार डालता हूं।”
यह सुनकर चीता डर जाता है और डरते-डरते पूछता है, “क्यों, क्या हुआ?”
शेर जवाब देता है, “बेवकूफ तुम हो, जो 1 घंटे से इस बात पर बहस कर रहे थे।”
इस कहानी की तरह हमारी जिंदगी में भी कई ऐसे लोग मिलते हैं जिनसे हम फालतू में ही बहस करते रहते हैं। अगर आपको पता है कि आप सही हो, तो किसी के साथ बहस मत करो। बस खामोश रहो, क्योंकि बहस करने से आपका वक्त और जिंदगी दोनों खराब होंगे। और जो गधे टाइप के लोग होते हैं, वे कल किसी और से बहस कर रहे थे, आज आपसे कर रहे हैं, और कल फिर किसी और से करेंगे। इसलिए ऐसे लोगों के साथ बहस मत करिए।