National News: फिनलैंड में हुए वर्ल्ड मास्टर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उन्होंने तीन पदक जीते हैं। 100 मीटर दौड़ में 24.74 सेकंड में गोल्ड मेडल, शॉट पुट और डिस्कस थ्रो में दो ब्रॉन्ज मेडल जीते। उन्हें प्यार से ‘दादी जी’ कहा जाता है और उनके कुल 15 पदक हैं, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं शामिल हैं। उनके पोते और कोच विकास डागर की सहायता से, वह वार्म-अप और हल्की एक्सरसाइज पर ध्यान देती हैं ताकि चोटों से बचा जा सके। शुरू में शॉट पुट में रुचि न होने के बावजूद, समय के साथ उनका जुनून बढ़ा और वह एक प्रसिद्ध एथलीट बन गईं। उनका सफर यह साबित करता है कि किसी भी उम्र में सपनों को पूरा किया जा सकता है।