अहमदाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़े बदलाव की घोषणा की है, जिसके बाद अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों को स्वचालित रूप से नागरिकता नहीं मिलेगी। ट्रंप ने कहा कि वह जनवरी 2025 में अपने कार्यकाल के पहले दिन से जन्मसिद्ध नागरिकता (Birthright Citizenship) को समाप्त करने के लिए कदम उठाएंगे। इस फैसले से न केवल अमेरिका, बल्कि दुनिया भर में भारतीयों और भारतीय मूल के नागरिकों की चिंता बढ़ गई है।
क्या है जन्मसिद्ध नागरिकता?
अमेरिकी संविधान के तहत, अमेरिकी धरती पर जन्म लेने वाले सभी बच्चों को स्वचालित रूप से अमेरिकी नागरिकता मिल जाती है, चाहे उनके माता-पिता वैध हों या अवैध रूप से अमेरिका में रहें। यह कानून 1868 के 14वें संशोधन से लागू हुआ था। ट्रंप के इस फैसले के बाद, अमेरिका में पैदा होने वाले बच्चे अब नागरिकता के लिए स्वचालित रूप से योग्य नहीं होंगे।
ट्रंप का तर्क और भारत पर असर
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जन्मसिद्ध नागरिकता का दुरुपयोग हो रहा है और इसे खत्म करने की आवश्यकता है। उनका यह कदम उन लाखों भारतीयों और भारतीय मूल के अमेरिकियों के लिए चिंता का कारण बन सकता है, जिनमें से अधिकांश ने अपनी नागरिकता केवल अमेरिकी धरती पर जन्म लेने के आधार पर प्राप्त की थी। ट्रंप का मानना है कि इस कानून को खत्म करके अमेरिका में अवैध प्रवासियों की संख्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
भारत में कितने लोग होंगे प्रभावित?
प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार, लगभग 4.8 मिलियन भारतीय-अमेरिकी इस बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं। इनमें से 1.6 मिलियन लोग वे हैं जो अमेरिका में जन्मे हैं और जिन्हें अब तक स्वचालित रूप से नागरिकता मिल जाती थी। यदि यह कानून समाप्त हो जाता है, तो इन लोगों को अपनी नागरिकता बनाए रखने के लिए नए नियमों के तहत प्रक्रिया करनी होगी।
दुनिया भर के देशों में जन्मसिद्ध नागरिकता
अमेरिका के अलावा, दुनिया के लगभग 30 देशों में जन्मसिद्ध नागरिकता की व्यवस्था है, जैसे कनाडा, बोलीविया, वेनेजुएला और क्यूबा। हालांकि, कुछ देशों में इसके लिए अतिरिक्त शर्तें होती हैं, जैसे माता-पिता का उस देश का नागरिक होना।
क्यों महत्वपूर्ण है यह फैसला?
अगर ट्रंप के इस निर्णय को लागू किया जाता है, तो यह लाखों भारतीय-अमेरिकियों के लिए एक बड़ा बदलाव होगा। उन्हें अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने के लिए नए मानकों का पालन करना पड़ेगा। इस बदलाव से न केवल अमेरिकी, बल्कि भारतीय और अन्य देशों के नागरिकों की स्थिति पर भी असर पड़ेगा।
नागरिकता कानून पर बड़ा विवाद
यह मुद्दा पहले भी अमेरिका में उठ चुका है, लेकिन ट्रंप के कार्यकाल में इस पर चर्चा और तेज हो गई है। ट्रंप का कहना है कि यह कानून गरीबों और अवैध प्रवासियों के लिए गलत तरीके से काम कर रहा है, जो नागरिकता प्राप्त करने के लिए जन्म के स्थान का फायदा उठाते हैं।
क्या होगा अगला कदम?
ट्रंप का कहना है कि वह इस नियम को समाप्त करने के लिए कानून में संशोधन करेंगे। इसके लिए अमेरिकी कांग्रेस और राज्यसभा के समर्थन की आवश्यकता होगी। यदि यह संशोधन हो जाता है, तो यह अमेरिकी नागरिकता प्रणाली में एक बड़ा बदलाव होगा, जिससे नागरिकता प्राप्त करने के तरीके में बदलाव आ सकता है।