सूरत सिविल अस्पताल में हाल ही में हुई एक घटना ने न केवल पुलिस की तत्परता को दर्शाया है, बल्कि अस्पताल की सुरक्षा को भी महत्वपूर्ण बनाते हुए नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया है। अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में तैनात एक पुलिसकर्मी, सद्दाम, ने जब एक संदिग्ध मरीज पर नजर डाली, तो उनकी जानकारी के अनुसार मरीज की कमर से रेम्बो चाकू बरामद हुआ।
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे सद्दाम ने मरीज को रोककर उसकी जांच की। जब उन्होंने चाकू निकाला, तो परिवार ने तुरंत माफी मांगी और इलाज की अनुमति देने की गुहार लगाई। यह घटना अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की महत्वता को उजागर करती है, क्योंकि चिकित्सकों और मरीजों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात हैं।
सद्दाम की इस बहादुरी को देखते हुए, यह भी उल्लेखनीय है कि उन्होंने पहले भी एक डिलीवरी बॉय की जान बचाई थी। उनकी तत्परता और साहस ने उन्हें सूरत पुलिस के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बना दिया है। इस घटना के बाद से सूरत पुलिस के जवानों की सराहना हो रही है, और यह दिखाता है कि संकट के समय में किस तरह पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों को निभाते हैं।
अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिससे नागरिकों में पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। अस्पताल में ऐसी घटनाएं न केवल सुरक्षा की आवश्यकता को दर्शाती हैं, बल्कि यह भी बताती हैं कि हम सभी को अपने आसपास के वातावरण पर नजर रखने की जरूरत है। सूरत सिविल अस्पताल की यह घटना निस्संदेह हमें याद दिलाती है कि सुरक्षा सबसे पहले है।