पेरिएड्स के दौरान पत्नी का ख्याल रखने के लिए पति को कुछ विशेष बातें ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि वह उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति का समर्थन कर सके।
- भावनात्मक समर्थन: पेरिएड्स के दौरान पत्नी अक्सर चिड़चिड़ी और संवेदनशील हो सकती हैं, इसलिए उन्हें मानसिक रूप से समझने और भावनात्मक सहारा देने की कोशिश करें।
- साफ-सफाई का ख्याल: पत्नी के आसपास सफाई का ध्यान रखें और गीले कपड़े या गंदगी से बचाव करें ताकि संक्रमण से बचाव हो सके।
- आरामदायक माहौल: घर में आरामदेह माहौल बनाएं, ताकि वह बिना किसी तनाव के आराम कर सकें। हल्की हल्की बातों से उन्हें हंसाने की कोशिश करें।
- पोषण का ख्याल: उनकी डाइट में पौष्टिक और आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का ध्यान रखें। हेल्दी खाना खाने के लिए उन्हें प्रेरित करें।
- व्यायाम का समर्थन: अगर पत्नी हल्की फुल्की एक्सरसाइज करना चाहें, तो उनका साथ दें। यह उनके दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद कर सकता है।
- ड्रिंक्स का ध्यान: उन्हें अच्छी मात्रा में पानी और हर्बल चाय आदि पीने के लिए प्रेरित करें, जिससे वह हाइड्रेटेड रहें।
- दर्द को कम करना: अगर उन्हें दर्द हो, तो गर्म पानी की सिकाई या मसाज देकर उन्हें राहत देने की कोशिश करें।
- समान्य कामों में मदद करना: घर के सामान्य कामकाज में उनकी मदद करें, जैसे खाना बनाना, कपड़े धोना, आदि।
- समझ और सहानुभूति: पेरिएड्स के दौरान उनकी थकावट और दर्द को समझें और सहानुभूति से उनकी देखभाल करें।
पति का ऐसा ख्याल रखना उनकी मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से मददगार साबित हो सकता है, जिससे पत्नी खुद को विशेष महसूस कर सके।