अंबानी और अडानी की संपत्ति में गिरावट, ‘एलीट बिलियनेयर क्लब’ से बाहर हुए
भारत के दो सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी इस साल ब्लूमबर्ग की 100 अरब डॉलर क्लब से बाहर हो गए हैं। दोनों की संपत्ति में भारी गिरावट आई है, जिससे वे अब उन अरबपतियों के क्लब से बाहर हो गए हैं जिनकी नेटवर्थ 100 अरब डॉलर से अधिक है।
अंबानी की संपत्ति में 24 अरब डॉलर की कमी
ब्लूमबर्ग के बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी की संपत्ति में जुलाई से लेकर दिसंबर तक 24.1 अरब डॉलर की गिरावट आई है। जुलाई में उनकी संपत्ति 120.8 अरब डॉलर थी, जो अब घटकर 96.7 अरब डॉलर रह गई है। अंबानी के खुदरा और ऊर्जा क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण यह गिरावट आई है। इसके अलावा, अंबानी की संपत्ति में गिरावट उनके बेटे अनंत अंबानी की शादी के बाद तेज हुई।
अडानी पर लगे आरोपों का असर
वहीं, गौतम अडानी की संपत्ति में भी भारी गिरावट देखी गई। नवंबर में अमेरिकी न्याय विभाग ने अडानी पर सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया, जिसके बाद उनकी संपत्ति में और कमी आई। अडानी की नेटवर्थ जून में 122.3 अरब डॉलर से घटकर 82.1 अरब डॉलर हो गई। इसके अलावा, हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट और अन्य धोखाधड़ी के आरोपों ने अडानी समूह को आर्थिक रूप से कमजोर किया।
भारत में कुछ अरबपतियों की संपत्ति बढ़ी
हालांकि, भारत के कुछ अन्य प्रमुख अरबपतियों की संपत्ति में वृद्धि भी हुई है। 2024 के शुरुआती महीनों में भारत के टॉप 20 अरबपतियों की कुल संपत्ति में 67.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इनमें प्रमुख नाम आईटी टाइकून शिव नादर (10.8 अरब डॉलर) और सावित्री जिंदल (10.1 अरब डॉलर) शामिल हैं, जिनकी संपत्ति में सबसे ज्यादा वृद्धि देखी गई है।
निष्कर्ष
इस साल की आर्थिक गतिविधियों और विभिन्न आरोपों के कारण मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की संपत्ति में गिरावट आई है, जिससे वे 100 अरब डॉलर क्लब से बाहर हो गए हैं। हालांकि, भारत में कुछ नए अरबपतियों ने अपनी संपत्ति में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जो दर्शाता है कि देश में आर्थिक अवसर और बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं।