आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार और हत्या की दुखद घटना को एक महीने से अधिक समय हो चुका है, लेकिन पीड़िता के परिवार की ओर से राज्य प्रशासन और पश्चिम बंगाल पुलिस पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस घातक घटना ने समाज को हिला दिया है और पीड़िता के परिवार को न्याय की उम्मीद है, लेकिन उन्हें प्रशासन की मंशा पर गंभीर संदेह है।
अभया, एक युवा प्रशिक्षु डॉक्टर, जिसकी जान ली गई, ने पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य प्रणाली की कमियों और पुलिस की प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं। परिवार का कहना है कि घटना के तुरंत बाद से ही पुलिस की ओर से उठाए गए कदमों की पारदर्शिता और ईमानदारी पर संदेह रहा है। उन्हें लगता है कि पुलिस की जांच में कई महत्वपूर्ण पहलुओं को नजरअंदाज किया गया है, और मामले की दिशा को प्रभावित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
परिवार ने राज्य प्रशासन से मांग की है कि घटना की पूरी जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से की जाए। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस की जांच की प्रक्रिया में खामियाँ हैं और कुछ महत्वपूर्ण सबूतों को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया है। इसके साथ ही, परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को कम करके आंका है, जिससे पीड़िता के परिवार को निराशा और अवसाद का सामना करना पड़ रहा है।
अभया के परिवार ने न्याय की मांग करते हुए राज्य प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले की जांच में निष्पक्षता बरती जाए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए। उन्होंने कहा है कि यदि राज्य प्रशासन और पुलिस की ओर से उचित कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे कानूनी और सामाजिक स्तर पर अधिक दबाव डालने के लिए मजबूर होंगे।
इस दुखद घटना के एक महीने बाद भी, पीड़िता के परिवार को न्याय की प्रतीक्षा है, और वे उम्मीद करते हैं कि राज्य प्रशासन और पुलिस मामले की गंभीरता को समझेंगे और दोषियों को सजा दिलाने में पूरा सहयोग करेंगे।