पेरिस ओलंपिक में भाला फेंक के फाइनल में रजत पदक जीतने वाले भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने हाल ही में अपने प्रदर्शन और अरशद नदीम के 92.97 मीटर थ्रो पर विचार किए। नीरज ने कहा कि वह मानसिक रूप से पूरी तरह से तैयार थे, लेकिन शारीरिक रूप से कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
नीरज चोपड़ा ने अपने बयान में कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन नहीं कर पाऊंगा। अरशद नदीम का पिछला सर्वश्रेष्ठ थ्रो 90.18 मीटर था, जो उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में फेंका था, जबकि मेरा पिछला सर्वोत्तम थ्रो 89.94 मीटर था। इस बार, मैंने खुद को अपनी चरम सीमा तक नहीं धकेल पाया।”
उन्होंने अपनी शारीरिक स्थिति के बारे में भी खुलासा किया। नीरज ने कहा, “मैं मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार था, लेकिन शारीरिक रूप से मैं पूरी तरह से फिट नहीं था। मेरे रनवे पर लेगवर्क वैसा नहीं था जैसा होना चाहिए था। इससे मेरे प्रयासों में कोई खास सफलता नहीं मिल पाई।”
इसके बावजूद, नीरज चोपड़ा ने सकारात्मक सोच बनाए रखने की कोशिश की और नदीम के थ्रो के तुरंत बाद अपने खुद के थ्रो को बेहतर बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा, “नदीम के थ्रो के तुरंत बाद मेरा थ्रो अच्छा था क्योंकि मैं बेहद सकारात्मक था। मैं अपने प्रदर्शन को लेकर आत्म-संतुष्ट नहीं था, लेकिन मुझे गर्व है कि मैंने पूरी मेहनत की।”
नीरज चोपड़ा का यह बयान उनकी विनम्रता और खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनका आत्म-संयम और सकारात्मक दृष्टिकोण निश्चित रूप से उन्हें भविष्य में और भी शानदार प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा।